तुमसे, मैं मिलूंगा!
तुमसे, मैं मिलूंगा! जब तुम द्वंद – प्रतिद्वंद कीस्थिति से बाहर निकलोगे।तुमसे, मैं मिलूंगा! जब तुम प्रेम और घृणादोनों का त्याग करोगे ।।तुमसे, मैं मिलूंगा! जब तुम संतोष औरअसंतोष से ऊपर उठोगे।तुमसे, मैं मिलूंगा! जब तुम कल्प – विकल्पसे संकल्प में स्तिर होगे।।तुमसे, मैं मिलूंगा! जब तुम क्रोध – क्षमाका हरण करोगे।तुमसे, मैं मिलूंगा! जब […]
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