दीपोत्सव: आत्म ज्योति और शुभ – संकल्प का प्रतीक है
लेखक: अवधेश झा शुभं करोति कल्याणमारोग्यं धनसंपदा ।शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योतिर्नमोऽस्तुते ॥दीपज्योतिः परब्रह्म दीपज्योतिर्जनार्दनः ।दीपो हरतु मे पापं दीपज्योतिर्नमोऽस्तुते ॥मैं दीपक की रोशनी को नमस्कार करता हूं जो शुभता, समृद्धि, अच्छा स्वास्थ्य, प्रचुर धन और संपत्ति और बुद्धि के शत्रु (शत्रु भावनाओं) का विनाश करती है। मैं दीपक की रोशनी को नमस्कार करता हूं जो सर्वोच्च ब्रह्म […]
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