पटना: 22 मार्च, 2025 :: लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के चतुर्थ वार्षिकोत्सव पर पटना के बापू सभागार में विकसित बिहार संकल्प सभा 2025 का आयोजन निर्धारित किया गया है जिसमें 2047 तक विकसित भारत में एक ऐसे विकसित बिहार के निर्माण का सामुहिक संकल्प लिया जाएगा, जिसमें शिक्षा, रोजगार अथवा स्वास्थ्य के लिए किसी को अन्यत्र जाने की आवश्यकता नहीं हो। इस संकल्प सभा में अभियान के अंतर्गत बीते 4 वर्षों में जिन सदस्यों ने शिक्षा के विकास, समतामूलक समाज के निर्माण अथवा बिहार में उद्यमिता की क्रांति लाने की दिशा में उत्कृष्ट योगदान दिया है, उन्हें बिहार प्रेरणास्त्रोत सम्मान 2025 से अलंकृत किया जाएगा ।
विकसित भारत का स्वप्न विकसित बिहार के बिना असंभव है । बिहार का अतीत गौरवशाली रहा है, यदि मिलकर हमने प्रयास किया तो निश्चित ही भविष्य भी उज्ज्वलतम होगा । अभियान के अंतर्गत महान वृक्ष के स्वरूप का बीजारोपण हो रहा है । यह अत्यंत सुखद है कि 2047 तक विकसित भारत में विकसित बिहार के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान आज उन सभी बिहारवासियों का अभियान बन चुका है जो बिहार की ऐतिहासिक गरिमा को पुनर्स्थापित करना चाहते हैं और जो वर्तमान में हावी जाति-संप्रदाय, लिंगभेद और विचारधारात्मक मतभेदों के परस्पर संघर्षों से हटकर एक ऐसे विकसित बिहार का निर्माण चाहते हैं जिसमें शिक्षा, रोजगार या स्वास्थ्य के लिए किसी को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं हो । लाखों बिहारवासी आज अभियान के साथ जुड़े हैं जिसमें से 1,72,000+ की संख्या व्हात्सएप समूहों के माध्यम से सीधे रूप में जुड़ी है । आज गांव-गांव और नगर-नगर में अभियान से जुड़ी महिलाएं, युवा, किसान, चिकित्सक, अधिवक्ता, समाजसेवी और सभी सजग नागरिक बिहार को विकसित बनाने का संकल्प ले रहे हैं । 9 मार्च को आयोजित गार्गी नारीशक्ति सम्मेलन में हर जिले से पटना पहुंची महिलाओं ने बिहार के विकास के लिए संकल्प लिया । 4 वर्षों की यात्रा पूर्ण होने पर 22 मार्च, 2025 को एक ऐतिहासिक सभा का आयोजन निर्धारित है।
शिक्षा, समता और उद्यमिता के मूल मंत्रों पर आधारित अभियान में मातृभूमि की समृद्ध विरासत से प्रेरणा लेकर लघुवादों (जातिवाद, सम्प्रदायवाद, लिंगभेद इत्यादि) से उपर उठकर राष्ट्रहित में योगदान करने की परिकल्पना है। वर्तमान में बिहार के 13 जिलों में जुड़े व्यक्तियों/विदुषियों द्वारा 24 निःशुल्क शिक्षा केंद्र चल रहे हैं जिसमें लगभग 2000 आर्थिक रूप से वंचित विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इनमें से 19 महिलाओं द्वारा गार्गी पाठशाला के नाम से संचालित हैं। अभियान के अंतर्गत बिहार में उद्यमिता की व्यापक क्रांति लाने का लक्ष्य है जिससे बिहार में ही रोजगार का अधिकाधिक सृजन हो सके। हर बिहारवासी को शिक्षित एवं स्किल्ड बनाने के लिए समाज के हर वर्ग को जोड़कर एक व्यापक इकोसिस्टम निर्मित करने की आवश्यकता है जिसमें जो युवा स्वरोजगार, स्टार्ट-अप, उद्यम एवं व्यवसाय की ओर बढ़ते हैं उन्हे आवश्यक हरसंभव सहयोग एवं मार्गदर्शन दिया जा सके।
उद्यमिता की क्रांति के बीजारोपण के लिए बिहार के हर जिले में 2028 तक अभियान के माध्यम से 100+ व्यक्तियों को रोजगार प्रदान करने की क्षमता वाले कम से कम 5 सफल स्टार्टअप स्थापित करने का लक्ष्य है। इसी उद्देश्य को लेकर अनेक स्टार्टअप सम्मेलनों तथा वाइब्रेंट बिहार ग्लोबल काॅन्क्लेव का आयोजन पटना में वर्ष 2022 तथा 2023 में किया गया । दिल्ली के एनडीएमसी सभागार में वर्ष 2021 में बिहार उद्यमिता सम्मेलन तथा 2023 में बिहार विजन @ 2047 काॅन्क्लेव का सफल आयोजन किया गया। दुबई, दिल्ली, मुंबई, बेंगलूरू, हैदराबाद, पुणे और वडोदरा में भी बिहार संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से उद्यमियों को अभियान के साथ जोड़ा गया है। अनेक सफल उद्यमी ऐसे समिट में समय-समय पर स्टार्ट-अप को सलाह देते रहते हैं।
बीते 25 अगस्त, 2024 को पटना के विद्यापति सभागार में स्टार्ट-अप समिट और 22 दिसंबर, 2024 को दिल्ली के भारत मंडपम में बिहार @ 2047 विजन काॅन्क्लेव (सीजन 2) का आयोजन किया गया । अभियान के अंतर्गत आज 10,000 से अधिक सफल उद्यमी साथ जुड़कर स्वैच्छिक योगदान कर रहे हैं। 350 स्टार्टअप अभियान के साथ आगे बढ़ रहे हैं, लक्ष्य है कि 2028 तक हर जिले में 100+ व्यक्तियों को रोजगार देने वाले कम से कम 5 सफल स्टार्ट-अप्स स्थापित हो जाएं, बेगूसराय और छपरा में ऐसे 2 स्टार्टअप स्थापित हो चुके हैं ।
बिहार के सभी जिलों में, भारत के प्रमुख महानगरों में तथा विदेशों में अभी तक 2000+ कार्यक्रम हो चुके हैं। अभियान के संदेशों को हर ग्राम-नगर के जन-जन तक पहुंचाने तथा उद्देश्यों में समाज के हर वर्ग की अधिकाधिक सहभागिता के लिए बृहत जन संवादों का प्रारंभ बेगूसराय से बीते 10 दिसंबर, 2023 को किया गया जिसमें 50,000+ व्यक्ति सम्मिलित हुए। 21 जनवरी, 2024 को आरा के महाराजा काॅलेज में द्वितीय बृहत जन संवाद में भी हजारों व्यक्ति सम्मिलित हुए और 1 दिसंबर, 2024 को सासाराम (रोहतास) के तृतीय बृहत जन संवाद में भी 50,000+ व्यक्ति सम्मिलित हुए। 8 दिसंबर, 2024 के छपरा के राजेंद्र स्टेडियम और 9 फरवरी, 2025 को वैशाली के जढ़ुआ में भी हजारों व्यक्तियों की सहभागिता रही।
चिकित्सकों द्वारा स्थापित जीवक अध्याय द्वारा आयोजित 250 से अधिक निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों में 40,000+ वंचित व्यक्ति लाभान्वित हो चुके हैं। अनेक सांस्कृतिक एवं सामाजिक गतिविधियाँ जुड़े व्यक्तियों द्वारा नित्य की जा रही हैं । 2028 तक बिहार के हर पंचायत एवं वार्ड में अभियान के अध्यायों को स्थापित करने का लक्ष्य है । महिलाओं द्वारा स्थापित गार्गी अध्याय द्वारा आज बिहार के 9 जिलों में वंचित विद्यार्थियों के लिए 19 गार्गी पाठशाला केन्द्रों पर निःशुल्क शिक्षादान समर्पित किया जा रहा है तथा वंचित महिलाओं के स्वरोजगार हेतु गार्गी कला कौशल केंद्रों तथा गार्गी कृत्या के माध्यम से उत्कृष्ट प्रयास किया जा रहा है।
यह अभियान बिहार में एक बड़े सांस्कृतिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक परिवर्तन के लिए कार्यरत है। सफलता हेतु सभी का सहयोग आवश्यक है।
अभियान की उपब्धियां एवं संकल्प पथ पर अग्रसर :
पटना के बापू सभागार में लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के चतुर्थ वार्षिकोत्सव पर ‘विकसित बिहार संकल्प सभा’ का होगा आयोजन, बिहार के सभी जिलों से जुड़े सदस्य लेंगे बिहार के लिए अंशदान का संकल्प लें।
- 1,72,000+ व्यक्ति जाति- संप्रदाय, लिंगभेद और विचारधारात्मक मतभेदों से उपर उठकर अभियान के अंतर्गत स्थापित अध्यायों के माध्यम से बिहार के नवनिर्माण में जुटे।
- 13 जिलों के 24 स्थानों पर चला रहे निःशुल्क शिक्षा केंद्र, 350+ स्टार्टअप को मिल रहा मार्गदर्शन, 2028 तक हर जिले में 100+ रोजगार देने वाले 5 स्टार्टअप स्थापित करने का लक्ष्य, 2 हो चुके स्थापित, वंचितों को मिल रही सहायता।
- 5 जिलों (बेगूसराय, भोजपुर, रोहतास, सारण और वैशाली) में मुक्ताकाश में हजारों की भीड़ के साथ आयोजित हो चुके हैं नमस्ते बिहार बृहत जन संवाद, बिहार के सभी जिलों, भारत के महानगरों तथा विदेशों में हो चुके 2000+ कार्यक्रम।
- 12,000+ महिलाएं कर रहीं गार्गी अध्याय के माध्यम से योगदान, जीवक अध्याय से जुड़े चिकित्सकों द्वारा 250+ निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों में 40,000+ का हुआ इलाज।