पटना: 10 नवंबर 2024 :: बिहार सरकार ने विदेशों में रहने वाले प्रवासी भारतीयों के लिए कई अहम योजनाओं का ऐलान किया है, जिससे उन्हें राज्य में निवेश, व्यवसाय और संपत्ति सुरक्षा संबंधी दिक्कतों को दूर करने में मदद मिल सकेगी। राज्य सरकार ने प्रवासी बिहारियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए एक समर्पित सहायता प्रणाली तैयार की है, जिसका उद्देश्य बिहार के सभी क्षेत्रों के साथ मिथिला क्षेत्र को प्रगति के नए दौर में पहुंचाना है। इस बात की जानकारी श्री विनोद नारायण झा, वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री बिहार सरकार ने प्रवासी बिहारी भारतीयों की चुनौतियां और समाधान विषय पर पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में दी।
इस कार्यक्रम में डॉक्टर सीपी ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री भारत सरकार, प्रेम कुमार, पर्यावरण एवं सहकारिता मंत्री बिहार सरकार, ऋतुराज सिन्हा, राष्ट्रीय मंत्री, भारतीय जनता पार्टी एवं युवा उद्यमी भारत, सीएमडी, एसआईएस सिक्योरिटी, राजू तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष, लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास और समाजसेवी विभय कुमार झा, समाजसेवी दीपक झा, समाजसेवी केशव झा ने शिरकत की।
विनोद नारायण झा ने कहा कि बिहार में निवेश करने, व्यवसाय शुरू करने और संपत्ति से जुड़ी समस्याओं का सामना करने में प्रवासी भारतीयों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए, सरकार उनकी मदद के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं लेकर आई है।
बिहार के पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा ने कहा कि प्रवासी भारतीयों को राज्य में अपनी विभिन्न प्रक्रियाओं के लिए एक समर्पित मार्गदर्शन की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार “एनआरआई सहायता केंद्र” स्थापित करेगी। इस केंद्र के माध्यम से प्रवासी भारतीय अपनी संपत्ति, निवेश, और सरकारी प्रक्रियाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
इसके साथ ही सरकार ने बिहार में रहने वाले प्रवासी भारतीयों की संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष समिति का गठन करने का ऐलान किया है। यह समिति संपत्ति विवादों को प्राथमिकता से सुलझाएगी, जिससे प्रवासी भारतीयों को अपने पैतृक संपत्ति से जुड़ी समस्याओं का समाधान जल्दी मिल सके।
पूर्व केंद्रीय मंत्री भारत सरकार और वरिष्ठ भाजपा नेता डॉक्टर सीपी ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने निवेश को सरल बनाने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए “ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस” को लेकर महत्वपूर्ण सुधारों का ऐलान किया है। इसके तहत एकल खिड़की प्रणाली का विस्तार किया जाएगा और एक डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से सभी सरकारी प्रक्रियाएं ऑनलाइन की जाएंगी, जिससे समय की बचत होगी और निवेशकों को सुविधाजनक अनुभव मिलेगा।
समाजसेवी विभय कुमार झा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार लौटने वाले युवाओं के लिए राज्य सरकार ने आधुनिक कौशल विकास केंद्र स्थापित करने की योजना ऐलान किया है। इससे युवाओं को स्थानीय रोजगार और व्यवसाय में आसानी से जुड़ने का अवसर मिलेगा, साथ ही उन्हें नई तकनीकी और व्यावसायिक कौशल सीखने का अवसर मिलेगा।
कॅप्टन प्रकाश मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रवासी भारतीयों से सीधे संवाद के लिए एक ऑनलाइन मंच स्थापित करने का भी प्रस्ताव दिया है। इस मंच के माध्यम से प्रवासी भारतीय अपने सुझाव, विचार और समस्याएं सीधे सरकार तक पहुंचा सकेंगे, जिससे बिहार के विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान सुनिश्चित हो सके।
विभय कुमार झा ने कहा कि सरकार का उद्देश्य बिहार को प्रगति के एक नए युग में लेकर जाना है, और इसके लिए प्रवासी भारतीयों के सहयोग से हम राज्य के विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे। बिहार और प्रवासी भारतीयों के बीच की दूरी को कम करना हमारी प्राथमिकता है।
डॉक्टर राज कुमार झा ने कहा कि इन पहलों से मिथिला क्षेत्र सहित बिहार में निवेश को बढ़ावा मिलेगा और प्रवासी भारतीयों को राज्य में अपना योगदान देने के लिए अनुकूल माहौल मिलेगा। इस कदम से राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और बिहार को एक नए विकास की दिशा मिलेगी।
डॉ नारायण झा ने कहा कि पहली बार बिहार की धरती पर इस तरह का समुद्री, वाणिज्य और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन एक मंच पर हो रहा है। साथ ही उन्होंने डॉ सीपी ठाकुर जी के योगदान को सराहा जिन्होंने मैथिली भाषा को संवैधानिक भाषा का दर्ज़ा देने के लिए एक बड़ी लड़ाई लड़ी।