पटना: 9 नवंबर 2024 :: स्वर्णिम मिथिला संस्थान (एसएमएस) का गठन एक महत्वपूर्ण उद्देश्य के साथ किया गया है, ताकि बिहार और इसके प्रवासी नागरिकों की भलाई के लिए समर्पित कार्य किया जा सकें। बिहार, जो सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से समृद्ध राज्य है, आज कई सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। इस संदर्भ में, एसएमएस का लक्ष्य बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देना है। कल होने वाली ग्लोबल समिट 2024 में संगठन के मुख्य उद्देश्यों और उनकी कार्यान्वयन रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
संस्थान के निदेशक डॉ. राजकुमार झा और संस्थापक ट्रस्टी कैप्टन प्रकाश कुमार 10 नवंबर को होने वाली ग्लोबल समिट 2024 की तैयारी पूर्ण कर ली है। युवा लोजपा नेता व संस्थापक सदस्य डॉ विभय कुमार झा ने कहा कि हमलोग मिथिला और बिहार के विकास के प्रतिबद्ध हैं। बिहार के सांस्कृतिक, आर्थिक, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए स्वर्णिम मिथिला संस्थान के माध्यम से लगातार प्रयास कर रहे हैं तथा इसी व्यवस्था को और प्रभावी और दूरदर्शी बनाने के लिए ग्लोबल समिट का आयोजन कल है। जिसमें मुख्य रूप से हमारे उद्घाटनकर्ता, मुख्य अतिथि, विशिष्ठ अतिथि, विशेष अतिथि तथा संस्था से जुड़े प्रसिद्ध गायक व सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम सागर, कैप्टन ज्ञानेंद्र सिंह, मर्चेंट नेवी के मुख्य इंजीनियर मनीष कुमार, मैरिन इंजीनियर प्रज्ञानंद कुमार, ब्रिटिश कोलंबिया प्रबंधन के निदेशक मो सरफराज अहमद आदि उपस्थित रहेंगे।
ज्ञातव्य है कि समिट में देश- विदेश से बिहारी छत्प् मैरिटाइम इंजीनियर और अन्य प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल हो रहे हैं। ग्लोबल समिट 2024 का मुख्य उद्देश्य बिहार के विकास में योगदान देने वाले नायकों को पहचानना और उन्हें प्रोत्साहित करना है।
ट्रस्ट के सेटलर मणिलाल पाठक ने सभी बिहारियों से इस पहल से जुड़ने और राज्य के विकास में सक्रिय भागीदारी निभाने का अनुरोध किया। यह समिट बिहार के भविष्य के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।