By Dr . Manoj kumar
रविवार को मारीवाला हेल्थ इनेशेटिव के तत्वावधान में बिहार स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड अलाइड साइंसेज ,कोईलवर,आरा में सुरक्षाकर्मियों को मानसिक समस्या से ग्रस्त व्यक्तियों और उनके अभिभावकों के प्रति दायित्व निर्वहन व अन्य संवाद कौशल स्थापित करने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में उन्हें प्रशिक्षण दिया गया ।कार्यक्रम में पटना के मनोवैज्ञानिक डॉ॰ मनोज कुमार ने इस अवसर पर सुरक्षा कर्मियों को उनमें मौजूद मानवीय संवेदना को मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों और उनके अभिभावकों के प्रति जागरूक कराया।इस अवसर पर उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य के प्रति कार्यरत सभी कर्मियों को मानवीय मूल्यों को ध्यान में रखते हुए कैसे मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों के निजता का ख्याल रखा जाये उसके लिए भी उत्प्रेरित किया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ॰ मनोज ने बताया कि बिम्हांस सूबे का एक सर्वोच्च मानसिक स्वास्थ्य अस्पताल है जहाँ राज्य भर से लोग आते हैं। यहाँ कार्यरत कर्मियों का व्यवहार भी प्रंशसनीय हो ऐसा संयुक्त प्रयास से संभव हो सकता है। उनहोंने बताया की मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों के साथ अपनापन और मानवीय मूल्यों को ध्यान में रखकर उनके व्यवहार में परिवर्तन कराना उदेश्य होना चाहिए।इस अवसर पर कार्यरत सुरक्षाकर्मियों को अपनी प्राइवेसी और आत्म सम्मान के प्रति कर्तव्यनिष्ठ रहने और स्वयं का आत्ममूल्यांकन करते रहने के अनेकानेक तरीके भी सीखाये गये।कार्यक्रम में मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों और उनके परिजन के साथ उपयुक्त संवाद स्थापित कैसे किये जाये इस पर विशेष रूप से बल दिया गया ।इसके साथ ही कार्यरत सुरक्षा प्रहरीयों व अन्य को उनके कार्य की महत्ता और उनकी उपयोगिता पर उनसे परिचित कराने के साथ-साथ उनमें मौजूद क्षमता का विकास भी कराया गया ।इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ॰ जयेश रंजन द्वारा समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता अभियान पर जोर देते हुए बताया गया की संस्थान में वहाँ कार्यरत कर्मी का भूमिका भी प्रासंगिक होता हैं । हम सब को मानवीय मूल्यों का सदा आदर करना चाहिए ।उन्होने इस प्रकार का प्रशिक्षण पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए बताया की ऐसे प्रोग्राम से कार्यरत कर्मियों का हौसला बढता है। इस अवसर पर करीब 42 स्वास्थ्य सुरक्षा-कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया। इस कार्यक्रम को मारीवाला हेल्थ इनेशिटिव की ओर से मंगला जी के मार्गदर्शन में संपन्न किया गया तथा कार्यक्रम में मैमुना,आमिर, आरती और कुंदन कुमार ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।