पटना: २२ अप्रैल २०२२ :: कार्यक्रम की शुरुआत शालिनी कुमारी के द्वारा विषय की प्रस्तावना से हुई। जिसे स्वीटी मिश्रा ने पावर प्वाइंट प्रस्तुति द्वारा विस्तारित किया । इसके बाद प्रतीकात्मक रूप से संसाधनों जैसे पौधे, मिट्टी, हवा, पानी और जानवरों को संरक्षित करने का संकल्प अनुप्रिया द्वारा संकल्पित करवाया गया ।
धरती माता के संरक्षण और पुनर्स्थापना करने की शपथ ली गई “मानवता के हित में मानव जीवन की रक्षा के लिए मानवता के हित में मानव जीवन की रक्षा के लिए माता धरती माता के संरक्षण इसके संतुलन एवं भावी पीढ़ी के लिए रहने योग्य ग्रह सुनिश्चित करने का प्रण लिया गया।
सिस्टर माया एवं ग्रुप के द्वारा पर्यावरण और मिट्टी से जुड़ी प्रार्थना का गान किया गया जिसका शीर्षक था सृष्टि है तेरी कविता….
कार्यक्रम में छात्रों को मिट्टी के महत्व और उसके संरक्षण के कार्यों में बताया गया। कुछ बी ० एड ० शिक्षक प्रशिक्षुओं ने पोस्टर प्रोजेक्शन के जरिए विषय को अच्छी तरह रेखांकित कर परिभाषित किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।