पुष्प – योगिनी Uncategorized February 8, 2021February 8, 2021EditorLeave a Comment on पुष्प – योगिनी अवधेश झा योग प्रभाती,सहज ही गाती,करती है नित्य प्राणायाम।वज्रासन लगा कर बैठे,श्वास पर होती है ध्यान।। यम-नियम से शुभारंभ करके,पतंजलि अष्टांग योग को प्रणाम।प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधिदिव्य-संकल्प बिना नहीं बनते काम।।