दिनांक: 9 फरवरी 2025 :: आईआईटी, पटना के सांस्कृतिक उत्सव अन्वेषा 2025 के तीसरे और अंतिम दिन रोमांचक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के साथ संपन्न हुआ, जिसने दर्शकों को बांधे रखा और उनका मनोरंजन किया।
भव्य समापन समारोह की शुरुआत आईआईटी पटना के निदेशक, प्रो. टी. एन. सिंह के एक प्रेरक संबोधन से हुई। उन्होंने अन्वेषा टीम के अटूट प्रयासों की सराहना की, और इस तरह के भव्य उत्सव के आयोजन में उनके समर्पण की सराहना की।
अन्वेषा 2025 का समापन किसी जादू से कम नहीं था, जिसमें अरमान मलिक ने शानदार प्रदर्शन किया। जैसे ही वह मंच पर आए, भीड़ ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ तालियाँ बजाईं, जो भावपूर्ण संगीत की एक रात का बेसब्री से इंतजार कर रही थी। अरमान ने अपनी मनमोहक आवाज़ से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, उन्होंने “बोल दो ना ज़रा”, “मैं रहूँ या ना रहूँ” और “पहला प्यार” जैसे चार्ट-टॉपिंग हिट गाने गाए। उनके दिल को छू लेने वाले प्रदर्शन और उनकी करिश्माई उपस्थिति ने एक ऐसा माहौल बनाया, जिसमें हर कोई झूम उठा। पूरा कार्यक्रम स्थल उनकी धुनों पर झूम उठा, दर्शकों ने एक साथ अपने फोन की फ्लैशलाइट लहराई, जिससे रात जगमगाती रोशनी के समंदर में बदल गई। हर गाने के साथ, ऊर्जा बढ़ती गई, जिससे यह एक यादगार प्रदर्शन बन गया।
अरमान मलिक ने बोल दो न जरा, पहला पहला प्यार, मैं रहूं या न रहूं, तेरे बिन किक नहीं मिलता, तेरे लिए सिग्नल छोड़ कर आदि गए।