विलुप्त लोक व जनजातीय कला उत्थान महोत्सव में “निशा ओंकार कला कुंज” की प्रस्तुति

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मुंगेर: 06 जनवरी 2025 :: विलुप्त होती जनजातीय एवं लोक कला के संरक्षण के उद्देश्य से संस्कृति मंत्रालय,भारत सरकार की आनुषंगिक पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (EZCC), कोलकाता के द्वारा दिनांक 03 जनवरी 2025 को मुंगेर के शगुन गार्डेन (बैद्यनाथ सिनेमा हॉल) मे विलुप्त लोक व जनजातीय कला उत्थान महोत्सव का आयोजन किया!
इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि बिहार विधान परिषद के सदस्य माननीय लालमोहन गुप्ता जी,वरिष्ठ शास्त्रीय गुरु गिरिंद्र चंद्र पाठक, नाट्य कर्मी महेश अंजना, समाज सेवी अमरनाथ केशरी, शुभांकर झा के द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ!
मुख्य अतिथि श्री गुप्ता ने अपने उद्बोधन में बिहार के सभी पारंपरिक नृत्य और गायन शैली को बड़े स्तर पर मंच प्रदान करने और नवोदित कलाकारों के साथ विलुप्त होती शैलियों के पुनरुत्थान को उद्देशित इस आयोजन के लिए पूर्व क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र एवं संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार को धन्यवाद दिया!वहीं इस कार्यक्रम में कला एवं संस्कृति को समर्पित संस्था “निशा ओंकार कला कुंज” मुंगेर के प्रशिक्षु कलाकारों नेअभिनेता ,निर्देशक, कोरियोग्राफर, रितेश मिश्रा जी के नृत्य निर्देशन में पारंपरिक सोहर नृत्य “जुग जुग जियs तू ललवा भावनवा के भाग जागल हो” और पारंपरिक जट-जटिन युगल नृत्य “जब जब टिकवा मंगलियो रे जटवा टिकवा काहे नय लैलें रे” पर मनोहक नृत्यों की प्रस्तुति देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया!दर्शकों ने भी तालियों से कलाकारों का हौसला अफजाई किया!इसके बाद किलकारी के बच्चों ने भी नृत्यों के माध्यम से कई प्रस्तुतियां दीं!
युवा कवियत्री श्रुति शर्मा ने दो कविताओं का पाठ किया।
नारदी गायन शैली में भजन और राजा परीक्षित और पांडव भाइयों की लोक गाथा भी मृदंग, झाल के माध्यम से प्रस्तुत किया गया! सुप्रसिद्ध लोक गायिका किरण पाठक जी ने सोहर और डॉ रंजन ने बधइयां गीत गया! इस कार्यक्रम में बहुत से गणमान्य लोग उपस्थित थे!

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