– जितेन्द्र कुमार सिन्हा
पटना, 22 दिसम्बर 2024 :: बिहार में राजनीतिक पार्टियों की कमी नहीं है, लेकिन जिस प्रकार से जमीनी स्तर पर “आप सबकी आवाज (आसा)” पार्टी अपनी संगठन को मजबूत कर रही है, उससे यह कहना न्याय संगत कहलाएगा कि बिहार के लिए राजनीतिक विकल्प बन रही है आसा पार्टी। उक्त बातें आसा पार्टी के प्रवक्ता सह उपाध्यक्ष डॉ प्रभात चंद्रा ने कही।उन्होंने कहा कि बिहार में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाला हैं और जनता नई विकल्प खोज रही है। ऐसी स्थिति में बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी आसा पार्टी।
डॉ प्रभात चंद्रा ने बताया कि आसा पार्टी ने अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश पदाधिकारीयों की सूची भी जारी कर दी है, जिसमें मधुबनी के सरफराज अहमद को अध्यक्ष, पटना के मो० नौशाद आलम को उपाध्यक्ष, मधुबनी के मो० अजीमुद्दीन मंसूरी को उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता, सीतामढ़ी के मो० तौसीफ आलम को उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता, पटना के मो० आमिर जीशान राईन को उपाध्यक्ष, समस्तीपुर के मो० सज्जाद आलम को उपाध्यक्ष, मधुबनी के डॉ० मो० मजलूम राईन को उपाध्यक्ष, सिवान
के मो० कुरानुद्दीन को उपाध्यक्ष, पटना के डॉ० मो० फसीह अहमद को उपाध्यक्ष, सुपौल के प्रो० तबारक हुसैन अंसारी को उपाध्यक्ष, मुजफ्फरपुर के मो० इम्तियाज अहमद को उपाध्यक्ष, नालंदा के मो० इरशाद अली को उपाध्यक्ष, पूर्णिया के डॉ० मो० रईस खान को उपाध्यक्ष, मधुबनी के मो० मुस्लिम राईन को उपाध्यक्ष, आरा के मो० इम्तियाज अहमद को उपाध्यक्ष,
मधेपुरा के मो० नौशाद आलम को उपाध्यक्ष, सुपौल के मो० कमरुद्दीन मंसूरी को उपाध्यक्ष, दरभंगा के मो० सलीम राईन को उपाध्यक्ष, दरभंगा के मो० शमशाद आलम को उपाध्यक्ष, समस्तीपुर के मो० नजमुद्दीन को उपाध्यक्ष, भागलपुर के मो० खतीब सिद्दीकी को उपाध्यक्ष, दरभंगा के मो० नौशाद आलम को महासचिव सह प्रवक्ता, जहानाबाद के मो० सिद्दीक को महासचिव, मधुबनी के डॉ० मो० जियाउल हक को महासचिव, सहरसा के मो० खुर्शीद आलम को महासचिव, मधुबनी के मो० जाकिर हुसैन को महासचिव, पटना के हाफिज़ मो० रेजाउल्लाह को महासचिव, सुपौल के मो० मुस्तकीम उर्फ (कारी) को महासचिव, अररिया के मो० खुदसर आलम राईन को महासचिव, मधुबनी के मो० खालीक अंसारी को महासचिव, सुपौल के मो० शमशेर आलम राईन को महासचिव, सुपौल के मो० नेमतुल्लाह को महासचिव सह प्रवक्ता, दरभंगा के मो० शाहिद को महासचिव, गोपालगंज के मो० परवेज आलम को महासचिव, छपरा के मो० सैफ अली अंसारी को महासचिव, सुपौल के अब्दुल जब्बार को महासचिव, दरभंगा के मो० उमर शरीफ को महासचिव, मधेपुरा के मो० सरफराज आलम को महासचिव, आरा के मो० अजमेर खान को महासचिव, मुंगेर के अबू फैसल को महासचिव, आरा के मो० फुरकान खान को महासचिव, अररिया के मुफ्ती मो० दिलशाद राईन को महासचिव, बेगूसराय के मो० जलाली को महासचिव, मधुबनी के मो० अनवर हुसैन को महासचिव, सुपौल के मो० महबूब रब्बानी को महासचिव, सुपौल के मो० अय्यूब (Ret. हवलदार) को महासचिव, पूर्णिया के मो० गिलमान (मुखिया) को महासचिव, पूर्णिया के डॉ० मो० अजीम को महासचिव, अररिया के मो० परवेज (मुखिया) को महासचिव, अररिया के मो० सलीम (सरपंच) को महासचिव, समस्तीपुर के मो० आलमगीर को महासचिव, दरभंगा के मो० फैयाज अहमद को महासचिव, मधेपुरा के मो० जहांगीर (समिति) को महासचिव, पूर्णिया के मो० लुकमान (सरपंच) को महासचिव, पूर्णिया के मो० इसराफिल को महासचिव, दरभंगा के मो० मोती को महासचिव, अररिया के मो० इसराईल को महासचिव, पूर्णिया के मो० निजाम (समिति) को महासचिव, मधेपुरा के मो० नौशाद आलम को महासचिव, मधेपुरा के मो० साबिर को महासचिव, आरा के मो० गब्बर को महासचिव, मधुबनी के सरफराज अहमद को महासचिव, आरा के मो० हाशिम खान को महासचिव, सहरसा के मो० सहदत (सरपंच) को महासचिव, पूर्णिया के मो० कलाम को महासचिव, सुपौल के मो० मतीन अंसारी को महासचिव, सहरसा के मो० जहांगीर को महासचिव, सहरसा के मो० इस्लाम को महासचिव, सुपौल के मो० फारूक को महासचिव, सहरसा के मो० जलील को महासचिव, पटना के मो० जकी अहमद को महासचिव, सहरसा के मंजूर आलम राईन (वकील) को महासचिव, मधुबनी के मौलाना मुमताज आलम को महासचिव, समस्तीपुर के मो० अख्तर अली को महासचिव, नालंदा के मो० नजीबुल हक को महासचिव और मुजफ्फरपुर के मो० तौसीफ अहमद को महासचिव बनाया गया है।