– जितेन्द्र कुमार सिन्हा
पटना, 22 दिसम्बर 2024 :: वर्तमान समय में डिजिटल मीडिया का बोल वाला है और राजनेता से लेकर व्यापारी तक इसका इस्तेमाल बखूबी कर रहे हैं। बिहार में भी लगभग सभी प्रिंट मीडिया अपना अपना डिजिटल मीडिया भी चला रहे हैं। कोरोना काल में डिजिटल मीडिया तेज गति पकड़ी और अब इसका युग हो गया है।
मसौढ़ी के पत्रकारों ने डिजिटल मीडिया को संगठित करने के उद्देश्य से बिहार डिजिटल मीडिया संघ का गठन किया है। संघ का शुभारंभ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता पलटन सिंह ने किया। बिहार डिजिटल मीडिया संघ के सदस्यगण ने नेता पलटन सिंह को पुष्प गुच्छ और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। उक्त अवसर पर पलटन सिंह ने कहा कि आज की मीडिया डिजिटल मीडिया ही है और मसौढ़ी जैसे जगह पर मीडिया संगठन बनने से निश्चित रूप से इस क्षेत्र के सभी डिजिटल मीडिया पत्रकारों को एक प्लेटफार्म मिलेगा, जहां से पूरे राज्य और फिर पूरे बिहार में जा जा कर काम करने का मौका मिलेगा।
उक्त अवसर पर बिहार डिजिटल मीडिया संघ के उपाध्यक्ष मुन्ना पंडित ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि आज मीडिया की दौर में भीड़ हो गई है और इस भीड़ में अपनी पहचान बनाए रखने के लिए संगठित होना जरूरी है। इस संगठन के माध्यम से दूर दराज के ऐसे सभी पत्रकार जो डिजिटल मीडिया से जुड़े हैं उन्हें बिहार डिजिटल मीडिया संघ से मीडिया के क्षेत्र में पूरी सहयोग मिलेगा।
बिहार डिजिटल मीडिया संघ के उपाध्यक्ष सुमन दिवाकर ने बताया कि इस संगठन का अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिन्हा को बनाया गया है और उनके नियंत्रण में दो उपाध्यक्ष मुन्ना पंडित और सुमन दिवाकर, महासचिव पिंटू कुमार, सचिव रंजीत कुमार और प्रबंधक सतवीर सिंह को मनोनीत किया गया है। उन्होंने बताया कि शेष बचे पदों पर अगली बैठक में मनोनयन किया जाएगा।
उक्त अवसर पर संगठन सचिव रंजीत कुमार ने बताया कि संगठन का मुख्य उद्देश्य है पत्रकारों में एकता, सरकारी योजनाओं का डिजिटल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार, निष्पक्ष और सच्ची पत्रकारिता की दिशा में पत्रकारिता करना। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम समापन के बाद अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, मसौढ़ी थाना, अनुमंडल पुलिस अधिकारी को संगठन द्वारा लिखित सूचना दी गई।
उक्त अवसर पर बिहार डिजिटल मीडिया संघ के महासचिव पिंटू कुमार और प्रबंधक सतवीर सिंह ने भी अपना अपना विचार रखा। शुभारंभ कार्यक्रम का समापन उपाध्यक्ष मुन्ना पंडित के स्वागत भाषण के बाद हुआ।