पटना: दिनांक 17 जुलाई 2024 :: असाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु शिष्य परम्परा को समर्पित संस्था शिक्षायतन साधना केंद्र में संगीत और कला विधा के सभी शिक्षार्थियों ने गुरु पूजनोत्सव किया।
कार्यक्रम की शुरुवात हवन पूजन से हुई। आरती के बाद घुंघरू संस्कार में घुंघरू पूजन कर नृत्य के शिक्षार्थियों को घुंघरू पहनाए गए। परंपरा के अनुसार गुरु से गंडा बांधवाकर नृत्य संगीत के शिष्यों ने गुरु का आशीर्वाद लिया।
संध्या 5 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन में शिक्षार्थियों ने अपनी अपनी विधा से गुरु के सम्मान में अपनी प्रस्तुति दिया।
गुरु वंदना, शिव वंदना, राग गौड़ मल्हार अमित प्रकाश और स्वेक्षा वर्मा ने मधुर स्वर लहरियों से मंत्रमुग्ध कर दिया। बादल और सुष्मिता मुखर्जी ने गिटार पर अपनी तार छेड़ी। उसके बाद नृत्य विभाग से
गणेश वंदना “एक दंताय वक्र तुंडाय ..और गणेश स्तुति “गाइए गणपति.. तथा आनंद राम नंदनम
कौशिकी कृति, परी सिंह,
समृद्धि श्रेया, सिमरन ने प्रस्तुत किया।
गुरु वंदना कृशिव द्वारा प्रस्तुत किया गया और सीनियर ग्रुप शिव स्तुति “शंकर अति प्रचंड नाचत… पियूषी मिश्रा, शिवानी कुमारी,
तान्या शर्मा ने प्रस्तुत किया।
अनुष्का स्वर्णा और आकृति अवस्थी ने रागमल्हार में तराना नृत्य किया।
साहित्य विभाग से समृद्धि और कृषिव ने गुरु को समर्पित स्वरचित कविता को सुनाया
उक्त अवसर पर कार्यशाला में सम्मीलित सभी विशेषज्ञ उपस्थित थे। योग विशेषज्ञ: अभिषेक कुमार, गायन विशेषज्ञ: धनंजय कुमार धीरज, नृत्य विशेषज्ञ: रवि मिश्रा तथा यामिनी का सम्मान संस्था की अध्यक्षा रेखा शर्मा द्वारा किया गया।