पटना: 67वें बीपीएससी का फाइनल रिजल्ट शनिवार को घोषित किया गया। इसमें सासाराम निवासी और सेल के अधिकारी राजेस्वर लाल गोंड की सुपुत्री कुमारी प्रियंका का चयन आर. डी. ओ. पद पे हुआ है। प्रियंका ने दसवीं और बारहवीं बोकारो इस्पात विद्यालय से पूरी की है। उसके बाद उन्होंने दुर्गापुर से एलेक्ट्रॉनिँक्स एंड कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की पढाई पूरी करने के बाद सिविल सेवा की तैयारी में जुट गई। प्रियंका तीन भाई बहनो में बड़ी है और उनके एक भाई अभय कुमार भी प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करते है वहीं छोटा भाई अभियोग अभी सेकेंडरी स्कूल में पढ़ रहा है।
माँ यशवंती देवी का मिला भरपूर साथ
प्रियंका बताती है मेरी सफलता में मेरी माँ का विशेष योगदान रहा है। उन्होंने हमेशा मुझे पढाई के लिए प्रेरित किया है। पढाई के दौरान मेरे खाने पिने से लेके मेरे स्वास्थ की चिंता का भी ध्यान उन्होंने ने रखा है। मुझे पढाई के अलावा किसी भी चीज़ की चिंता उन्होंने नहीं होने दी।
सिविल सेवक के तौर पे भूमिका
प्रियंका बताती है की सिविल सेवक किसी राजनैतिक व्यवस्था में रीढ़ की तरह होते हैं, जो सरकारी नीतियों और कानूनों के कार्यान्वयन, नीति- निर्माण, प्रशासनिक काम -काज और राजनेताओं के सलाहकार के रूप में काम करते हैं। इसके अलावा वे अपने तमाम भूमिकाओं के ज़रिए विधायी कार्य, अर्द्ध न्यायिक कार्य, कर और वित्तीय लाभों का वितरण, रिकॉर्ड रखरखाव और जनसंपर्क स्थापित करने जैसे दूसरे महत्वपूर्ण काम भी करते हैं। वह आगे कहती है अगर मौका मिला तो आमलोग में दहेजप्रथा को लेके जागरूकता जरूर पैदा करेंगी।
पढाई की स्ट्रेटेजी प्रियंका बताती है उन्होंने 4: 4: 4 का फार्मूला अपनाया था। 4 घंटे पी टी, 4 घंटे मैन्स तथा 4 घंटे में अख़बार पढ़ना, रिविज़न तथा पी वाई क्यू सॉल्व करती थी जिससे पी टी तथा मैन्स की तयारी साथ चल रहा था।
बधाइयों का लगा रहा ताँता कुमारी प्रियंका के बीपीएससी में चयन होने पे दिनभर बधाई देने वालो का ताँता लगा रह। बधाई देने वालो में नाना श्री रामजी प्रसाद नानी बुढ़िया देवी, 64th बीपीएससी में चयनित सीतेश कुमार झा, 66th बीपीएससी में चयनित सौम्या सक्सेना तथा यथार्थ कौशिक, पटना उच्च न्यायलय के अधिवक्ता गौरव प्रकाश, अधिवक्ता हर्षवर्धन सैनी, कुमार महर्षि , यूटूबर हिमांशु राज, लाइब्रेरियन नीतीश कुमार, सिविल सेवा में साथ तैयारी करने वाले मित्र नेहा वर्मा, करिश्मा, अजीत कुमार आदि ने बधाई दी।