जितेन्द्र कुमार सिन्हा
पटना, 12 अक्टूबर:
सम्पूर्ण क्रांति के प्रणेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर पटना के नागेश्वर कॉलोनी स्थित रॉयल गार्डेन अपार्टमेंट में बुधवार को उनकी जयंती जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) ने मनाई। उक्त जानकारी पटना जिला महासचिव धनंजय प्रसाद ने दी।
उन्होंने बताया कि जयंती कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार प्रदेश अध्यक्ष दीपक अभिषेक ने किया। लोकनायक जयप्रकाश नारायण के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह बिहार प्रदेश अध्यक्ष दीपक अभिषेक ने कहा कि लोकनायक हमारे देश के आदर्श है। उन्होंने आपातकाल के खिलाफ छात्रों को एकजुट किया और देश में तानाशाही सरकार के विरुद्ध अभियान चलाया था। इतना ही नहीं सरकार को अपदस्थ करने के लिए देश के सभी राजनीतिक पार्टियों की गोलबंदी भी किया था और सरकार अपदस्थ हुआ था।
पटना जिला महासचिव धनंजय प्रसाद ने बताया कि वरिष्ठ उपाध्यक्ष नीलेश रंजन ने जयप्रकाश नारायण को याद करते हुए कहा कि भारत की क्रांति के प्रमुख नेताओं में से एक थे। उनका पूरा जीवन सादगी और अनुशासन के साथ बिता था। उन्हें लोग, आज भी देश प्रेम और त्याग के रूप में याद करते हैं। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण का कहना था कि लोगों में एकता और एकजुटता स्थापित करने से बढ़ कर कोई काम नहीं है, अगर हम समस्या को गंभीरता से और दृढ़ संकल्प के साथ नहीं निभाते हैं तो हम अपने कर्तव्य में असफल होंगे।
उन्होंने बताया कि बिहार प्रदेश महासचिव संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि 11 अक्टूबर का दिन देश के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसी दिन लोकनायक जयप्रकाश नारायण का जन्म बिहार के सिताबदियारा के कायस्थ परिवार में हुआ था। उन्होंने विद्यार्थी जीवन से ही स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण को लोग “लोकनायक” और “जे पी “ के नाम से भी जानते है।
उक्त अवसर पर पटना जिला अध्यक्ष सुशील कुमार श्रीवास्तव ने लोकनायक जय प्रकाश नारायण की पूरी जीवनी पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित किया। वहीं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (कला संस्कृति) अनिल कुमार दास ने भी जय प्रकाश नारायण की देश प्रेम और त्याग की दास्तान को विस्तार में रखा।
उक्त अवसर पर अपने अपने विचार व्यक्त करने वालो में पटना जिला महासचिव धनंजय प्रसाद, आलोक वर्मा, कुलेश कुमार सिन्हा शामिल थे।
उक्त अवसर पर पुष्प अर्पित करने वालों में ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के बिहार प्रदेश एवम पटना जिला के अन्य सदस्यगण शामिल थे।