- जितेन्द्र कुमार सिन्हा
पटना: 27 अप्रैल 2023 :: केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विभाग की सचिव अनिता प्रवीण ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया ।
खाद्य प्रसंस्करण और उद्योग मंत्रालय के पीएमएफएमई डिवीजन ने पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सहयोग से मोटे अनाज (मिलेट्स) को बढ़ावा देने के लिए बिरसा कॉलेज, खूंटी झारखंड में मिलेट कॉन्क्लेव सह प्रदर्शनी का आयोजन किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विभाग की सचिव अनिता प्रवीण उक्त अवसर पर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023 के दौरान राज्य का यह पहला आयोजन है जहां राज्य से मोटे अनाज को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कैसे तीन प्रभाग हैं, कृषि, प्रसंस्करण और निर्यात, जिन्हें एक साथ आना है। भारतीय बाजरा को दुनिया के नक्शे पर लाना है। भारत ने लगभग 10000 मीट्रिक टन मोटे अनाज का निर्यात किया गया और बिहार में देश के एक बड़े हिस्से को खिलाने के लिए विशाल क्षमता और उपजाऊ मिट्टी है।
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार इस उद्देश्य को सफल बनाने के लिए समर्पित है और श्री अन्न दुनिया की आहार संबंधी आदतों को बदल देंगे। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया है। संयुक्त राष्ट्र ने पूरी दुनिया में मिलेट अनाज उत्पादन के लिए प्रत्येक देश को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है। इसी कड़ी में भारत भी इस मुहिम में प्रमुख भूमिका निभा रहा है और देश भर में जागरूकता अभियान चल रहे हैं।
कार्यक्रम में खूंटी के उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि इस दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य मिलेट के पोषण सम्बंधित लाभ और महत्व के बारे में जागरूकता प्रदान करना है। साथ ही उत्पाद बनाने की तकनीकों का प्रदर्शन, मिलेट से निर्मित उत्पादों को लोकप्रिय बनाना और मिलेट उत्पादों की मांग पैदा करके मिलेट की खेती के क्षेत्र में वृद्धि करना है।
ध्यातव्य है कि मिलेट वर्ष के अंतर्गत झारखंड के खूंटी जिले में 27और 28 अप्रैल को 2 दिवसीय मिलेट महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम में पीएचडीसीसीआई की मिली दुबे ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष में मोटे अनाज की मांग को वापस लाने के अंतर्गत खाद्य सुरक्षा और पोषण के लिए बाजरा मक्का मरुआ के योगदान के बारे में जागरूकता बढ़ाना एवं टिकाऊ उत्पादन और गुणवत्ता में सुधार के लिए हित धारकों को प्रेरित करना और अन्य दो उद्देश्य तक पहुंचने के लिए अनुसंधान और विकास और विस्तार सेवा में बढ़े हुए निवेश पर ध्यान आकर्षित करना जैसी गतिविधियों का आयोजन भारतवर्ष के साथ ही 70 से ज्यादा देशों में भी किया जा रहा है।
उक्त अवसर पर पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्रीज रांची के सीनियर रेसिडेंस डायरेक्टर मंतोश सिंह ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में घोषित करने की दृष्टि से, फूड प्रोसेसिंग उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार इस वर्ष देश के 20 राज्यों और 30 जिलों में मिलेट महोत्सव का आयोजन कर रहा है। इस मिलट्स प्रदर्शनी में 40 स्टॉल मोटा अनाज पर लगाए गए हैं।
इस अवसर पर बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ओमकार नाथ सिंह ने कहा कि बिहार में मिलेट-आधारित उत्पाद की श्रेणी बहुत लम्बी है। इस सूची में ज्वार और बाजरा पफ्स, कंगनी और फिंगर मिलेट से बने खाद्य उत्पाद, मिलेट लड्डू, मिलेट रोटी, मिलेट आटा शामिल हैं । मिल्लेट्स की उच्च क्षमता और संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए, फूड प्रोसेसिंग उद्योग मंत्रालय सूक्ष्म उद्यमियों को सशक्त बनाने का निरंतर प्रयास कर रहा है जिससे वे फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में अपने पदचिह्न का विस्तार करने में सफल हों। दो दिवसीय मिलेट्स कार्यक्रम में श्री शशी रंजन डिप्टी कमिश्नर खूंटी, श्री जितेंद्र कुमार सिंह सचिव उद्योग विभाग झारखंड सरकार तथा खूंटी जिले के अन्य विभागों के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।