Sandeep Foundation’s Sri Ram polytechnic organized national conclave on “Green energy option for sustainable development”

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मधुबनी/पटना: 13 जनवरी 2023 :: संदीप फाउंडेशन श्री राम संदीप फाउंडेशन श्री राम पॉलिटेक्निक में “Green energy option for sustainable development” विषय पर National Concalev पॉलिटेक्निक में “Green energy option for sustainable development” विषय पर National Concalev का आयोजन प्रो० के० डी० झा की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में गजेंद्र चौधरी, फॉर्मर प्रोजेक्ट मैनेजर एनपीसीसी दुबई यूएसए,  प्रो०(डॉ०) नीरज कुमार झा, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली, प्रो०( डॉ०) रमाकर झा, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पटना, प्रो०(डॉ०) ओम प्रकाश, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पटना, डॉ० भगवान सिंह, प्रिंसिपल जी० पी० पटना,  डॉ० ब्रजेंद्र नाथ त्रिपाठी, डीन एकेडमिक्स संदीप यूनिवर्सिटी मधुबनी थे।
     कार्यक्रम का शुभारंभ संदीप फाउंडेशन श्री राम पॉलिटेक्निक के प्राचार्य प्रो० संजय कुमार झा एवं सभी अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन एवं सरस्वती चित्र पर पुष्प अर्पण कर किया । 
      कार्यक्रम का संचालन प्रो० सुजीत कुमार मिश्र कर रहे थे। कार्यक्रम की घोषणा प्राचार्य श्री संजय कुमार झा एवं अतिथियों का स्वागत एवं परिचय प्रो० अजीत कुमार झा के द्वारा किया गया । को- ऑर्डिनेटर के रूप में प्रो . अजय कुमार व प्रो. चंद्र प्रकाश एवं प्रो० थे। कार्यक्रम के सभी गतिविधियों का इलेक्ट्रॉनिक संचालन विभाग के डॉ० संजीव कुमार कर रहे थे ।
      कार्यक्रम की घोषणा करते हुए प्राचार्य प्रो० संजय कुमार झा ने कहा कि, विकास के इस दौर में शामिल अर्थव्यवस्थाओं में भारत एक अग्रणी अर्थव्यवस्था है। ऊर्जा के उच्च मांग की आपूर्ति के लिए परंपरागत ऊर्जा स्रोत नवीकरणीय ऊर्जा का विकल्प उपलब्ध है, जिसे एक से अधिक बार भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इस ऊर्जा से विद्युत उत्पन्न करने में न्यूनतम ग्रीनहाउस गैस का उत्सर्जन होता है तथा लंबे समय के लिए इस तरह के ऊर्जा स्रोतों का इस्तेमाल करना पर्यावरण के लिए हानिकारक साबित नहीं होता ।
      मुख्य वक्ताओं ने समझाया कि, हमारे विकास के लिए हरित ऊर्जा कैसे काम करता है, आधुनिक परिपेक्ष्य में इसकी क्या प्रासंगिकता है, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जल विद्युत, भूतापीय उर्जा, बायोमास, जैवईंधन, इमारतों में ताप और शीतलता, इसकी प्रौद्योगिक प्रक्रिया, परिवहन आदि मे हम इसका उपयोग  कर कैसे लाभ प्राप्त कर सकते हैं ।
      मंच संचालन करते हुए प्रो० सुजीत कुमार मिश्र ने कहा की, दुनियां हर तरह के प्राकृतिक संसाधनों का ह्रास देख रही है ।  ऐसे परिदृश्य में चक्रिय अर्थव्यवस्था समय की मांग है, और हमें इसे अपने जीवन का अनिवार्य हिस्सा बनाना होगा । साथ ही सतत विकास के लिए हरित ऊर्जा विकल्प ना सिर्फ भारतीय परंपरा के अनुकूल है, बल्कि यह भावी आवश्यकताओं और आकांक्षाओं को पूरा करने का उचित मार्ग भी है ।
      कार्यक्रम में डॉ० श्रीनिवास राव, डॉ० बिधान चंद्र चौधरी आदि के साथ संदीप फाउंडेशन के सभी विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में छात्रों की गरिमामई उपस्थिति थी।

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