पटना: 17 दिसंबर 2022 :: जे. डी. वीमेंस कॉलेज, पटना एवं भारतीय भाषा अभियान, बिहार के संयुक्त तत्वावधान में “बौद्धिक संपदा अधिकार: एक विमर्श” विषय पर परिसंवाद आयोजित किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना एवं दीप प्रज्ज्वलित के साथ हुआ। प्राचार्या डॉ मीरा कुमारी ने अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र और पौधा प्रदान कर किया। मुख्य अतिथि जस्टिस मृदुला मिश्रा, कुलपति चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, पटना ने विषय के वैधानिक पक्ष एवं महत्व को बताया।
तथा उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम् के मूल वाक्य को अनुसरण करते आए हैं हम, अब अपनी बौद्धिक संपदा को संरक्षित करने की आवश्यकता है। वक्ता शंभू शरण शर्मा, अधिवक्ता पटना उच्च न्यायालय एवं अशोक कुमार सिंह, अधिवक्ता, पटना उच्च न्यायालय ने अपने वक्तव्य से शिक्षकों एवं छात्राओं को बौद्धिक संपदा अधिकार की बारीकियों से अवगत करवाया। अजीत कुमार पाठक, संरक्षक, भारतीय भाषा अभियान, बिहार ने भी अपने विचार रखे।मंच संचालन डॉ मीना सिन्हा, IQAC, समन्वयक ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ मधु कुमारी अध्यक्ष समाजशास्त्र विभाग ने किया। महाविधालय के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम डॉ मालिनी अध्यक्ष दर्शन दर्शनशास्त्र विभाग के निर्देशन में किया गया।
इस अवसर पर पटना उच्च न्यायालय की अधिवक्ता शिखा परमार, महाविद्यालय की शिक्षिका डॉ सुमिता सिंह, डॉ कुमकुम, डॉ रेखा मिश्रा ,अन्य शिक्षकगण ,अधिवक्तागण एवं छात्राएं उपस्थित रहीं। धन्यवाद! कार्यक्रम का अंत शांति मंत्र से हुआ।