मधुबनी: 1 सितंबर 2022 :: संदीप फाउंडेशन श्री राम पॉलिटेक्निक में “Mind Secret” विषय पर विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित किया गया । रिसोर्स पर्सन के रूप में ‘भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना’ के प्रोफेसर आर० के० बेहरा की गरिमामयी उपस्थिति थी । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो० संजय कुमार झा कर रहे थे। कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय अतिथियों ने दीप प्रज्वलन के बाद सरस्वती चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया । अतिथियों का स्वागत प्राचार्य प्रो० संजय कुमार झा ने मिथिला परंपरा के नुसार- पाग, अंग-वस्त्र एवं पुष्प-गुच्छ प्रदान कर किया । मंच संचालन विभागाध्यक्ष प्रो० मनीष कुमार झा कर रहे थे, उन्होंने कार्यक्रम के उत्तरार्ध में सरस्वती वंदना गाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया ।
रिसोर्स पर्सन एवं अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य प्रो० संजय कुमार झा ने जानकारी दी कि, प्रो० रंजन कुमार बेहरा आई०आई०टी० कानपुर से एमटेक, पीएचडी करने के बाद ,भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना’ में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर हैं । भारतीय संस्कार के हिसाब से हमेशा धोती और कुर्ता में ही दिखते हैं । अभी तक इन्होंने 32 देशों में भारतीय सद्ग्रंथ गीता का प्रचार प्रसार किया है । उन्होंने आगे कहा की पढ़ाई लिखाई के बाद भी देखने को मिलता है कि, केवल कुछ ही लोग सफल हो पाते हैं । कुछ लोग तो जिंदगी भर पैसे कमाने के बाद भी कई समस्याओं से जूझते रहते हैं, ऐसी परिस्थिति में इस तरह के कार्यक्रम बहुत ही प्रभावकारी सिद्ध होगा ।
रिसोर्स पर्सन के लेक्सर से छात्र-छात्राओं में एक अलग ही उमंग दिखा ।
रिसोर्स पर्सन प्रो० बेहरा ने बताया कि, भावात्मक प्रबलता के असाधारण तालमेल से हमारे बचपन के प्रभावों ने आर्थिक तकदीर को किस तरह निश्चित करता है । हम अपने खुद के धन का ब्लूप्रिंट कैसे पहचाने और हम इसे कैसे बदलें ताकि हम ना सिर्फ सफलता पा सके बल्कि इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण इस दिशा में कायम रह सके और लगातार इसका विस्तार भी कर सकें । उन्होंने आगे बताया कि वास्तव में हम सभी के अवचेतन मन में धन का व्यक्तिगत ब्लूप्रिंट होता ही है और हमारे वित्तीय जीवन पर सबसे ज्यादा इसी का प्रभाव पड़ता है । हम इस बात को भी ना भूलें कि, चाहे हमारे पास मार्केटिंग, सेल्स, सौदेबाजी, शेयर बाजार, रियल स्टेट और वित्त की दुनिया के बारे में बहुत ज्ञान हो, परंतु अगर हमारे पास हमारे धन का ब्लूप्रिंट सफलता के उच्च स्तर के लिए निर्धारित नहीं है तो हमारे पास कभी भी ज्यादा पैसा नहीं रहेगा और अगर किसी कारण रहा भी तो हम उसे ठीक से संभाल नहीं पाएंगे ।
कार्यक्रम के अंत में प्रो० अजीत कुमार झा ने धन्यवाद ज्ञापितand करते हुए कहा कि, हमारे बीच आपका यह क्रांतिकारी अभिभाषण हमारे छात्रों के लिए सफलता का द्वार निश्चित रूप से प्रशस्त करेगा । आप अपने अभिभाषण के जरिए सफलता के अपने द्वारा आजमाए हुए रहस्य को बता कर हमारे छात्रों के लिए एक प्रेरणास्रोत बन गए हैं । हम आशा करते हैं कि, हमारे छात्रों को पुनः आपका आशीर्वाद प्राप्त होगा ।