दिनांक: 30 अगस्त 2022 :: कला एवं शिल्प महाविद्यालय में बनारस घराने के महान गायक पद्मभूषण पं. साजन मिश्रा एवं उनके सुपुत्र स्वरांश मिश्रा ने संगीतमय प्रस्तुति दिया उनसे साथ तबला पर पं. मिथिलेश झा और हारमोनियम पर पं. धर्मनाथ मिश्रा थे। इस विशेष संगीतमय आयोजन की शुरुआत जौनपुरी से हुई जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया ….हे गोविन्द रखो शरण, अब तो जीवन हारों… भजन से इसका समापन हुआ।
पंडित जी ने कहा आज जो संगीत का दौर चल रहा है, वह हमारे समय से भिन्न है, हमलोगों को ज्यादा से ज्यादा अभ्यास कराया जाता था तथा उस समय माइक का प्रचलन आया ही था इसलिए ज्यादा स्थानों पर बिना माइक के हि प्रस्तुति देनी पड़ती थी। इसलिए अभ्यास का स्वरूप दूसरा था। आज के युवा संगीत में अा रहें हैं, लेकिन अपनी विरासत, अपनी संस्कृति को जानना तथा उसे संरक्षित रखना उनका कर्तव्य है।
आयोजक एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि इस तरह के आयोजन से विद्यार्थियों को अपने संस्कृति से जुड़ने का मौका मिलता है और वह क्लासिकल संगीत में ज्यादा से ज्यादा रुचि रखेंगे। और इस तरह का आयोजन कॉलेज के तरफ से होता ही रहता है।
इस मौके पर डॉ नीरा चौधरी, अभय सिन्हा, सत्येन्द्र संगीत, कॉलेज के शिक्षकगण, विद्यार्थीगण, अवधेश झा, नितेश, अश्वनी कुमार आदि उपस्थित थे।