संगीत शिक्षायतन की 22वीं वर्ष गांठ में नृत्य – संगीत की संध्या

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पटना : 06 मई 2022 :: संगीत शिक्षायतन ने स्थापना दिवस के अवसर पर 22वीं वर्षगाठ धूमधाम से नृत्य संगीत वाद्य संध्या का आयोजन 05 मई 2022 को मनाया गया। जिसकी शुरुआत, दीप मंगल , सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुआ।

कार्यक्रम में अतिथि कलाकारों ने गीत वाद्य के सुंदर संगम से मधुर समा बांध दिया।
संगीत विभाग के प्रशिक्षु कलाकार जूली, चांदनी, रितिका, मंजीत महेश, अनुष्टुप के साथ सरस्वती वंदना और एकल गायन में गुरु अनुरोध रंजन ने गजल गया बोल रंजिश ही सही दिल दिखाने के लिए आ… थे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में वादन विभाग से लोकेश नारायण ने तबले पर तिनताल में कायदा , पलटा तिहाई बजाकर खूब वाहवाही बटोरी।
नृत्य विभाग से पुष्पांजलि ने सरस्वती वंदना और तराना की प्रस्तुति देकर कथक के भाव और तकनीकी पक्ष को सामने रखा।
वहीं रूबी कुमारी, चांदनी कुमारी, प्रिया शर्मा ने कथक नृत्य में तीन ताल टुकड़े और गिनती की तिहाई की प्रस्तुति से आनंदित किया।
गुरु रवि मिश्रा के संयोजन में ढोलिडा ….. लेजा रि…. और सखियां…. गाने पर बॉलीवुड स्टाइल में नृत्य हुआ। इन गानों पर रीता, मणि, सविता, सुहानी ने झूमकर नृत्य किया।
कथक नृत्यांगना व संस्था की चीफ ट्रस्टी यामिनी ने शिक्षायतन की स्थापना और उससे जुड़े कई कहानियां को सबके सामने बताया कि शिक्षायतन हमेशा से राचनात्मक रूप से प्रायोगिक परीक्षण किया है, और नई नई रचनाएं रची है। योग – कथक और मार्शल आर्ट्स को एक तारतम्यता से प्रस्तुति दी है। बिहार में पहली बार ओपेरा “सिनरेला ” की प्रस्तुति दिया है। “डार्क लव ” हॉरर प्ले को प्रस्तुत कर लोगो को अचंभित किया है।मूकाभिनय की कार्यशाला और कलाकारो को तैयार करने वाली पहली एक मात्र संस्था शिक्षायतन रही है। यहां से निकले प्रशिक्षु एक बेहतर इंसान बनकर अपने कार्य क्षेत्र में अव्वल रहे है। पूरे एक वर्ष में शिक्षायतन खुद की 38 सांस्कृतिक कार्यक्रमों को आयोजित करती है। जिसमे कार्यशाला, सेमिनार ,शोध, कैंप, प्रतियोगिता, ….. आदि होते रहते है। तीन महत्वपूर्ण कार्यों को लेकर शिक्षायतन सजग रहती है। कला प्रवाह जिसमे सांस्कृतिक पठन पाठन के साथ नृत्य संगीत वाद्य, साहित्य , नाट्य और चित्राकला की प्रस्तुति भी होती है। चेतना : योग यात्रा इसमें योग, अध्यात्म और योग नृत्य , और प्रकृति की प्रस्तुति और चिंतन कार्य होते है। और तीसरा है रुद्रा : द रिडिमर इसमें गरीब , और जरूरत मंदो की हर संभव मदद करने का प्रयास रहता है। यह सब कुछ अकेले का नहीं है। इसमें साथ ही संस्था से जुड़े तमाम गुरुजन, अभिभावकों को धन्यवाद दिया।

उक्त कार्यक्रम में सम्मानित उपस्थिति शिक्षायतन संगीत विभाग गुरु अनुरोध कुमार , गुरु प्रवीर कुमार, गुरु रवि मिश्रा, अभिवावक गण और संस्था की अध्यक्ष रेखा शर्मा, संजीत साह की थी।

संगीत शिक्षायतन संस्था की अध्यक्षा रेखा शर्मा ने पुष्प गुच्छ देकर आभार प्रकट व सभी कलाकारों को सम्मानित कर उत्साह वर्धन किया।

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