पटना: 21 फरवरी 2022:: स्पेशल ओलम्पिक्स बिहार, बिहार पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन, इण्डियन स्पोर्ट्स फेडेरेशन ऑफ सेरेब्रल पाल्सी, इण्डियण स्पोर्ट्स फेडेरेशन ऑफ ऑटिज्म, बिहार दिव्यांग खेल अकादमी, चाईल्ड कन्सर्न, समर्पण एवं बिहार एसोसिएशन ऑफ़ पर्सन्स विथ डिसेबिलिटी के तत्वाधान में आज दिनांक 20 फरवरी 2022 को अपरहाण 3 बजे से आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में विशेष बच्चों के लिए मेगा स्क्रिनिंग, स्वास्थ्य जांच शिविर के सफल आयोजन हेतु ऑनलाईन बैठक का आयोजन गूगल मीट प्लेटफॉर्म पर किया गया। आजादी के अमृत महोत्सव (आजादी का 75 वां साल) के अवसर पर स्पेशल ओलम्पिक हेतु 8 हजार मानसिक दिव्यांग बच्चों-युवाओं का स्क्रीनिंग जाँच -मेगा हेल्थ चेकअप -7 अप्रैल को बिहार के 10 जिला में होनी है। इस स्वास्थ्य जांच शिविर में बौद्धिक दिव्यांग, ऑटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी, स्लो लर्नर एवं बहुदिव्यांग बच्चे भाग लेंगे। आज के ऑनलाईन बैठक में 150 से अधिक खेल प्रशिक्षक, दिव्यांगजन विशेषज्ञ, समाजसेवी, विशेष शिक्षक, दिव्यांगजन आदि जुडे हुए थे।
आज के ऑनलाइन बैठक के मुख्य अतिथि डॉ० शिवाजी कुमार (दिव्यांगजन विशेषज्ञ सह पूर्व राज्य आयुक्त नि:शक्तता) ऑनलाइन उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि हृदय यादव (उपाध्यक्ष, बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी), कमल कुमार चौबे (महासचिव, बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी) साथ ही सुगंध नारायण प्रसाद (सचिव, बिहार एसोसिएशन ऑफ पर्सन विथ डिसएब्लिटिज), संदीप कुमार (क्षेत्रिय निदेशक स्पेशल ओलम्पिक्स बिहार), संतोष कुमार सिन्हा (प्रोग्राम मैनेजर, स्पेशल ओलम्पिक्स बिहार), कुमार आदित्या, लालु तुरहा (मुजफ्फरपुर कोऑर्डिनेटर), आदित्या कुमार (पटना जिला कोऑर्डिनेटर), हरिमोहन सिंह श्री अजय सहाय (पी.ओ. मनरेगा), रीता रानी (गया जिला डी.पी.जी. अध्यक्ष), श्री पी.सी. राय (पुर्णिया जिला डी.पी.जी. अध्यक्ष) एवं सभी जिला के जिला स्तरीय, अनुमंडल स्तरीय, प्रखंड स्तरीय कार्यकारणी सदस्य साथ ही खेल प्रशिक्षक, दिव्यांगजन विशेषज्ञ, समाजसेवी, विशेष शिक्षक, दिव्यांगजन ऑनलाइन उपस्थित थे।
मीटिंग के संचालन खेल कूद एरिया डायरेक्टर संदीप कुमार जी ने विस्तार से बताया कि मानसिक तथा सेरब्रेल पाल्सी संग और भी किस-किस प्रकार के दिव्यांग बच्चों की जाँच की जाएगी।
डॉ शिवाजी सर ने कहा कि स्पेशल बच्चों का जाँच-स्पेशल ओलम्पिक हेतु-निश्चित तौर पर दिव्यांगों के लिये एक अच्छा अवसर है।बिहार पीडब्लूडी संघ के सभी सम्मानित अधिकारियों के द्वारा बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने की जरुरत है।दिव्यांगों को आत्म निर्भर बनाने हेतु इसे बुनियादी संरचना में नींव का ईंट माना जा सकता है। सभी जिलों द्वारा किये जा रहे कार्यों का समीक्षा भी किये।