- जितेन्द्र कुमार सिन्हा
पटना, 06 नवम्बर 2021 :: जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) ने चित्रगुप्त पूजा मनायी। उक्त अवसर पर चित्रांश परिवार ने चित्रगुप्त महाराज को कलम-दबात एवं पुस्तिका अर्पित की। चित्रगुप्त महाराज को फल, मेवा और मिठाई का भोग लगाकर मनोवांच्छित फल और शांति के लिए कामना की।
पूजा के बाद अदरक, मधु, दही, घी, नारियल पानी आदि मिश्रित भोग का (परसादी का)वितरण किया गया।
ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने लोगों को चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं दी और कहा कि हिंदू धर्म में चित्रगुप्त जी की पूजा का विशेष महत्व है। चित्रगुप्त कायस्थों के आराध्य देव हैं। भगवान चित्रगुप्त कलम को देवता माना जाता है। भगवान चित्रगुप्त की पूजा करने से साहस, शौर्य, बल और ज्ञान की प्राप्ति होती है। कायस्थ पूजा के दिन भगवान चित्रगुप्त के साथ ही कलम और बही-खाते की भी पूजा करते हैं क्योंकि ये दोनों ही भगवान चित्रगुप्त को प्रिय हैं। इसके साथ ही अपने आय-व्यय का ब्योरा और घर परिवार के बच्चों के बारे में पूरी जानकारी लिखकर भगवान चित्रगुप्त को अर्पित की जाती है।
जीकेसी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ नम्रता आनंद ने बताया कि भगवान चित्रगुप्त कलम के देवता हैं। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक कुमार अभिषेक, मीडिया सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार , पटना जिलाध्यक्ष सुशील कुमार, युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव कुमार आर्यन, धनंजय प्रसाद, युवा प्रकोष्ठ के प्रभारी राजेश सिन्हा संजू, दिलीप कुमार सिन्हा, बलराम जी, प्रियदर्शी हर्षवर्धन, हरेंद्र कुमार सिन्हा, अनिल कुमार दास, अभय सिन्हा, शुभम कुमार सहित अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।