पटना: 30 अगस्त 2021 :: संगीत शिक्षायतन के प्रांगण में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष में कृष्ण लीलाओं की व्याख्यान तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में नृत्य, संगीत, आरती और काव्य पाठ का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम पूजा वंदन और फिर कृष्ण आरती से शुरुवात हुई। शिक्षायतन पटना के विभिन्न विभाग से तमाम शिक्षार्थियों ने अपनी अपनी कला का प्रदर्शन किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में गायन विभाग से एकल गायिका अंबिका कुमारी ने “झूला झुलाये यशोदा मैया..” गीत से दर्शकों का मन मोह लिया।
समूह गान में सरकार वंदना ” सजा दो घर को दुल्हन सा मेरे सरकार आए है…” सूफी गीत को अमित प्रकाश, अनन्या सिंह,पूजा, विक्रम, जुली, रोहित, मिलन गोस्वामी ने सभा में हृदय को छू लेने वाले मधुर संगीत धारा का प्रवाह किया।
वहीं नृत्य विभाग से नन्ही अंशिका ने कृष्ण द्वारा कालिया मर्दन को बड़े ही अद्भुत रस को दिखाते हुए भाव के साथ प्रदर्शित किया। एकल नृत्य में श्रृंगार रस में पुष्पांजलि कुमारी ने “कान्हा री नंद नंदन परम निरंजन …” , वहीं “राधा कैसे न जले…” अनन्या कुमारी ने भावपूर्ण प्रस्तुति से लास्य भाव का रसपान कराया। ग्रुप नृत्य में सरगम के माध्यम से अकुल अम्बाष्ठ, माहिका मोहन, पुष्पांजलि कुमारी, अंशिका राज, अनु तिवारी ने कृष्ण गोपियों के पनघट छेड़ छाड़ को दिखाया।
साथ ही साहित्य विभाग से कविता “कन्हैया तुमसा न कोई खेवैया…” शबनम चौधरी,पूजा चौधरी तथा कृष्ण लीलाओं का गाथा का वर्णन अपूर्वा अनन्या, चारु चंद्रा, अनन्या कुमारी ने किया।
कथक नृत्यांगना व संस्था की चीफ ट्रस्टी यामिनी ने पंडित बिरजू महाराज जी की बंदिश “श्री कृष्ण निर्तत थूंगा थूंगा…” को अपने आंगिक भाव से सजाया। यामिनी ने सभी के समक्ष कृष्ण और नटवरी नृत्य कथक के उद्भव को संवाद में कहा।
संगीत शिक्षायतन संस्था की अध्यक्षा रेखा शर्मा ने पुष्प गुच्छ देकर आभार प्रकट व सभी कलाकारों को सम्मानित कर उत्साह वर्धन किया।