रक्सौल: शहर के चौधरी चरण सिंह गोलम्बर कौङिहार चौक पर युवा कांग्रेस के बैनर तले विधानसभा अध्यक्ष मनोरंजन तिवारी के नेतृत्व में निजीकरण के खिलाफ 26 अगस्त को विरोध प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव सह गोपालगंज प्रभारी प्रोफेसर अखिलेश दयाल ने कहा कि विगत सात सालों में केन्द्र की अहंकारी और तानाशाही सरकार ने 70 सालों के सरकारी संपत्तियों को अपने व्यापारी मित्रों अडानी और अंबानी ग्रुप को बेचने का काम कर रही है। देश में महंगाई चरम सीमा पर है। जब विपक्ष सवाल पूछता है तो भाजपा सरकार के मंत्रियों का जबाव आता है महंगाई हमारे नियंत्रण से बाहर है। भाजपा सरकार एनएमपी के तहत 13 सरकारी कंपनियों को निजीकरण के दलदल में धकेलने का कार्य कर रही है। नेशनल हाईवे 26,700 किलोमीटर 1.6 लाख करोड़,रेल 400 स्टेशन 150 ट्रेन 1.5 लाख करोड़,पावर ट्रांसमिशन लाइन्स 42,300 सर्किट किलोमीटर 0.67 लाख करोड़, नेशनल गैस पाइपलाइन 8000 किलोमीटर 0.24 लाख करोड़,पावर जनरेशन 5000 मेगावाट सोलर विंड एसेट 0.32 लाख करोड़, ऑइल पाइपलाइन 4000 किलोमीटर (आईओसी, एचपीसीएल)0.22 लाख करोड़, टेलीकॉम(एमटीएनएल, बीएसएनएल)0.39 लाख करोड़, माइनिंग 160 कोल माइनिंग प्रोजेक्ट 0.32 लाख करोड़, एयरपोर्ट और पोर्ट 21 एएआई प्रोजेक्ट्स, 31 पोर्ट प्रोजेक्ट्स 0.34 लाख करोड़, स्टेडियम 02 स्पोर्ट्स स्टेडियम 0.11 लाख करोड़ में बेच रही है।बङे मंचों से लम्बी-लम्बी भाषण में जुमलेन्द्र दामोदर दास मोदी ने कहा था कि “सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं बिकने दूंगा , सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा”लच्छेदार भाषणों में देश की 135 करोङ जनता ने भरोसा और विश्वास करके देश की बागडोर भाजपा को सौंपा था। आज की वर्तमान स्थिति यह है कि देश की संपत्ति के क्रेता और विक्रेता चारों गुजराती है देश की जीडीपी शून्य है, रोजगार खत्म है महंगाई आसमान छू रहे हैं पेट्रोलियम पदार्थ के मूल्य लागातार बढते हुए सौ का आंकड़ा पार कर गए, घरेलू गैस के दाम 1000 के आसपास पहुंच गए हैं लेकिन यह सरकार “कान में तेल डालकर सो चुकी है”।उक्त विरोध-प्रदर्शन कार्यक्रम में नरेश रावत, नसरुद्दीन अंसारी, आजाद अंसारी,सेराज अंसारी, मुकेश कुमार, अफरोज आलम, रघुवर प्रसाद, देवेन्द्र कुमार, लालबाबू कुमार, बिन्नी पांडे, महम्द साहिल, मोनु कुमार, विश्वास कुमार, बादल कुमार, नितेश कुमार, विश्वनाथ महतों, फिरोज आलम,अताऊद्दीन अंसारी, सहित अनेकों युवा कार्यकर्ता मौजूद थे।