पटना; 9 अगस्त 2021:: जर्मनी में रह रहे बिहार वासियों की संस्था बिहार फ्रेटरनिटी द्वारा सावन की तीसरी सोमवारी के अवसर पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया जिसमें बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका डॉ नीतू कुमारी नवगीत ने सावन के गीतों की झड़ी लगा दी। नीतू नवगीत ने गणेश वंदना मंगल के दाता भगवान बिगड़ी बनाई जी से कार्यक्रम की शुरुआत करने के बाद कजरी और झूमर गीत गाए। उन्होंने रिमझिम से बरसे ला पनिया चला हो सखी भोले के द्वारे, छोटी सी पार्वती शिव शंकर की करे पूजा, मनिहारी का भेष बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया, अरे रामा गोकुल का रहने वाला कन्हैया बड़ा रारि ए हरि जैसे अनेक पारंपरिक गीत पेश किए। उन्होंने भिखारी ठाकुर रचित गीत सावन बहुत सुहागन ना मनभावन आईलन मोर और डॉ कुंवर बेचैन की रचना बदरी बाबुल के अंगना जइयो, जइयो बरसियो कहियो कि हम हैं तोरी बिटिया के अखियां जैसे गीत गाकर श्रोताओं का मन जीत लिया। कार्यक्रम में राजन कुमार ने तबला पर, खंजरी पर मनीष उपाध्याय और सुजीत कुमार ने हारमोनियम पर नीतू नवगीत का साथ दिया। कार्यक्रम का संयोजन जर्मनी से यूरोप इंडिया चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री तथा बिहार फ्रैटरनिटी के के अध्यक्ष प्रकाश शर्मा ने किया।