गया: 18 जुलाई 2021:: बिहार एसोसिएशन ऑफ़ पर्सन्स विथ डिसेबिलिटी के तत्वाधान में आज दिनांक 18 जुलाई 2021 को अपराहण 3 बजे से ‘गया जिला प्रखंड दिव्यांगजन समूह (डी.पी.जी.) का ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक’’ का आयोजन कोविड 19 के लिए जारी नियमों का पालन करते हुए गूगल मीट प्लेटफॉर्म पर किया गया। आज के ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक के मुख्य अतिथि डॉ० शिवाजी कुमार (दिवयांगजन विशेषज्ञ सह पूर्व राज्य आयुक्त नि:शक्तता) ऑनलाइन उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि हिर्दय यादव (उपाध्यक्ष्य बिहार एसोसिएशन ऑफ पी.डब्लू.डी.), कमल कुमार चौबे (संयुक्त सचिव, बिहार एसोसिएशन ऑफ पी.डब्लू.डी.), धीरज कुमार (स्टेट मिडिया प्रभारी), रीता रानी प्रसाद (जिला अध्यक्ष बिहार एसोसिएशन ऑफ पर्सन विद डिसेबिलिटी गया), उत्तमा कुमारी (जिला सचिव सह जिला मीडिया प्रभारी बिहार एसोसिएशन ऑफ पर्सन विद डिसेबिलिटी गया), परितोष पंकज (शेरघाटी अनुमंडल अध्यक्ष बिहार एसोसिएशन ऑफ़ पर्सन विद डिसएबिलिटी), मिथलेश कुमार (अनुमंडल सचिव बिहार एसोसिएशन ऑफ पर्सन विद डिसेबिलिटी गया), मनोज कुमार (सदर अनुमंडल अध्यक्ष बिहार एसोसिएशन ऑफ पर्सन विद डिसेबिलिटी गया),मुकेश कुमार चौधरी,अजीत कुमार सिंह,अमित अग्रवाल,विंदू कुमार, चंदन कुमार, धर्मेंद्र कुमार, दिलीप कुमार, गीता कुमारी, गोपाल दास, ज्ञानचंद प्रसाद, मनोज कुमार ,मनोज सिंखानिया, मुकेश कुमार, नंदलाल कुमार शर्मा, नीतीश कुमार, राजेश कुमार,राजू कुमार, राम नाथ विश्वकर्मा, रामा कुमार,रामकृष्ण शर्मा,रंजू कुमारी,रौशन कुमार,शारुखान,सोनिया खातून, सुमन कुमार सौरव,त्रिपुरारी चौबे,उदय कुमार,उमाकांत कुमार, प्रखण्ड स्तरीय, पंचायत स्तरीय, डी.पी.जी., अध्यक्ष, सचिव, मिडिया प्रभारी साथ गया जिला के डेढ़ सौ से अधिक दिव्यांगजन, दिव्यांगजन विशेषज्ञ, समाजसेवी, अभिभावकगण आदि उपस्थित थे। आज के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गया जिला के सभी अनुमण्डल स्तरीय, प्रखण्ड स्तरीय, पंचायत स्तरीय डीपीजी, अध्यक्ष सचीव द्वारा अभी तक दिव्यांगजनों के सहायता के लिए किये गए एवं किये जा रहे कार्यों का समीक्षा करना एवं सुधार लाना था।
आज के ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक में मुख्य अतिथि डॉ० शिवाजी कुमार ने बताया कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के धारा 72 में दिव्यांगजन समूहों के गठन का अधिकार है, इसी धारा के तहत बिहार एसोसिएशन ऑफ पर्सन्स विथ डिसएबिलिटिज ने 90 से अधिक अनुमंडल, 534 प्रखण्ड, एवं 7000 से अधिक पंचायतों में दिव्यांगजन समूहों का गठन कर बिहार के एक लाख से अधिक गांवों, कस्बों, मुहल्लों में दिव्यांगजनों तक पहुंच चुकी है। आज के ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक से गया जिला के प्रखंडों एवम पंचायतों में दिव्यांगजनों के लिए किये जा रहे कार्यों के बारे में पता चला। उन्होंने ने बताया कि सभी दिवयांगजनों को दिवयांगजन अधिकार अधिनियम 2016 में वर्णित सभी धाराओं के बारे में जानकारी होनी बहुत ही आवश्यक है। संगठनमें बल है सभी दिवयांगजनों को संगठित होकर समस्या का समाधान करना होगा। जानकारी के अभाव में दिव्यांगजनों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सभी दिव्यांगजन अपने समस्या का समाधान पहले स्वयं प्रयास करें अगर नहीं होता है तो फिर अपने जिला के अध्यक्ष सचिव से सम्पर्क करें। दिव्यांगजनों का समस्या का समाधान के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा एवं दूर किया जाएगा। मैं बिहार एसोसिएशन ऑफ पर्सन विथ डिसएब्लिटीज को धन्यवाद देता हूं जो हरसंभव अंतिम दिवयांगजन को जागरूक करने का प्रयास कर रही है। हमारा लक्ष्य है बिहार के सभी दिव्यांगजनों को शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार, स्किल डेवलप्मेंट, उद्यम से जोड़कर स्वाबलंबन बनाना साथ ही समाज के मुख्यधारा से जोड़ना एवं बिहार के अंतिम दिव्यांगजनों तक पहुंचना ताकि वे सम्मानित जीवन जी सके एवं अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके। रीता रानी प्रसाद (अध्यक्ष बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी गया) ने बताया कि दिव्यांगजनों के हर समस्या का समाधान किया जायेगा ताकि वे एक सम्मनित जीवन जी सके। हर दिव्यांगजन का अधिकार है कि वे समाज के मुख्य धारा से जुड़े। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार पहाड़ को एक रूमाल से ढका नही जा सकता अर्थात हम दिव्यांग जन के मसीहा डॉ शिवाजी कुमार सर जिस प्रकार हम दिव्यांग जन के लिए काम कर रहे हैं,ऐसे में हम यदि उनके प्रति कितना भी आभार प्रकट करें तो वो कम ही होगा।
हिरदय यादव, उपाध्यक्ष, बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी ने बताया कि हम सभी मिलकर दिव्यांगजनों को मदद करने एवं पुनर्वासित करने का हर संभव प्रयास करेंगे। बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी का जो लक्ष्य है बिहार के अंतिम दिव्यांगजन तक पहुंचना एवं कहा कि बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी. गांव स्तर तक के दिव्यांगजनों को जागरूक एवं स्वाबलंबन बनाने का कार्य कर रही है। दिव्यांगजन समस्याओं के समाधान के लिए पहले खुद प्रयास करें अगर नहीं होता है तो फिर हमसे संपर्क करें।
श्री कमल कुमार चौबे, संयुक्त सचिव, बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी ने बताया कि हम सभी मिलकर दिव्यांगजनों को स्वाबलंबन बनाने एवं जागरूक करने का काम करेंगे। उन्होंन जिला/प्रखन्ड/पंचायत, स्तर तक के सभी डीपीजी अध्यक्ष/सचिव/मीडिया प्रभारी को इंगित करते बताया कि किस प्रकार आप अपनी संस्था के लेटर पैड पर प्रखंड विकास पदाधिकारी के पास आवेदन लिखकर, आर .प.डब्लू.डी एक्ट की धारा 72 के तहत गठित डीपीजी समूह की बैठक पूरे प्रखन्ड के अधिकारियों-पदाधिकारियों के साथ आहूत करें, जिसमें दिव्यांग बंधुओं हेतु प्रदत्त योजनाओं का लाभ सभी दिव्यांग जन तक आसानी से पहुंच सके।
उत्तमा कुमारी सचिव, गया डी.पी.जी. ने बताया कि हमें बोलना नहीं बल्कि दिव्यांगजनों के लिए कार्य कर दिखाना है। गया जिला के हर दिव्यांगजनों के समस्या के समाधान के लिए हम सभी मिलकर प्रयास कर रहे हैं। गया के किसी भी दिव्यांगजन केा हमारी सहायता की जरूरत हो तो हमसे सम्पर्क कर सकते हैं। हमें तो बस निःस्वार्थ भाव से दिव्यांग जन हेतु काम करना है।
परितोष पंकज शेरघाटी अनुमंडल अध्यक्ष, डी.पी.जी ने बताया कि गया जिला के गांव स्तर के दिव्यांगजनों को जागरूक करने एवं उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। पूर्वी चम्पारण जिला के दिव्यांगजनों को राशन से संबंधित, पेंशन, यू.डी.आई.डी. कार्ड, सर्टिफिकेशन आदि संबंधित समस्याओं का समाधान करने का हर संभव प्रयास करता हूं। मेरा उद्देश्य है गया के दिव्यांगजन शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार से जुड़कर स्वाबलंबन बने।