- जितेन्द्र कुमार सिन्हा
पटना/अमृतसर, 5 जुलाई 2021 :: ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) के सौजन्य से पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी संतुलन के लिए स्वर्ण नगरी अमृतसर में पौधारोपण किया गया।
जीकेसी के गो ग्रीन अभियान की शुरूआत जीकेसी की प्रबंध न्यासी और गो ग्रीन की राष्ट्रीय प्रभारी रागिनी रंजन के मार्गदर्शन में समाज में जागरूकता लाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इसी के तहत गो ग्रीन अभियान को आगे बढाते हुए अमृतसर में भी इसकी शुरुआत की गई। जिसमें पौधारोपण के माध्यम से समाज को गो ग्रीन अभियान तक धरती को हरा-भरा रखने का संदेश दिया गया। अम़ृतसर जीकेसी की जिला अध्यक्ष पुष्पांजलि वर्मा के नेतृत्व में इस अभियान की शुरूआत की गयी।
उक्त अवसर पर जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद, रागिनी रंजन, पुष्पांजलि वर्मा, सीएफओ निष्का रंजन, हरियाणा की अध्यक्ष रजनी श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष चिकित्सा प्रकोष्ठ डॉ राजेश श्रीवास्तव, डॉ प्रेम माथुर, दिनेश श्रीवास्तव, डॉ टीना श्रीवास्तव, माधव माथुर और स्वर्ण नगरी अमृतसर के स्कूली बच्चों का समूह मौजूद रहा।
प्रसाद ने कहा पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण का ध्यान रखना हमारा परम दायित्व बनता है। सभी को अपने स्तर पर पर्यावरण बचाने पर योगदान देना चाहिए। आसपास लगे पेड़ों को जीवित रखें। उनकी देखभाल करें। जहां जरूरी हो वहां पौधे लगाएं। आज पर्यावरण एक जरूरी सवाल ही नहीं बल्कि ज्वलंत मुद्दा बना हुआ है लेकिन आज लोगों में इसे लेकर कोई जागरूकता नहीं है। पर्यावरण को बचाने और जागरूकता फैलाने के लिए ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस संकल्पित है।पर्यावरण संरक्षण एक ज्वलंत समस्या है। इसके निराकरण के लिये विश्व के प्रत्येक व्यक्ति को हर संभव प्रयास करने चाहिए। पर्यावरण की सुरक्षा हर किसी की जिम्मेदारी है।
रागिनी रंजन ने गो ग्रीन अभियान को पूरे देश में वृहद स्तर पर करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा जीकेसी परिवार पर्यावरण संरक्षण के लिए संकल्पित है, इसे संरक्षित करने के लिए गो ग्रीन अभियान की शुरूआत की गयी है, जिसके अंतर्गत कई योजनाएं हैं जो पूरे देश में चलाई जाएगी। आज के वर्तमान पर्यावरण संकट से उबरने और भविष्य सुरक्षित करने का यह एक मात्र उपाय है, जिसके लिए जीकेसी के सभी सदस्य एवं पदाधिकारी संकल्पित हैं।
उक्त अवसर पर पुष्पांजलि ने कहा कि हम सभी को अच्छी तरह से पता है कि पौधारोपण कितना जरूरी है और पौधारोपण हम सभी का कर्तव्य होना चाहिए, क्योंकि यदि हमें अपने भविष्य में धरती पर जीवन को बचाना है तो अधिक से अधिक मात्रा में पौधारोपण करने से ही हम बचा सकते हैं।वृक्ष सदैव से हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा रहा है, लेकिन आधुनिकता में हमने वृक्षों को बहुत नुकसान पहुंचाया है।अंधाधुद कटाई की है इससे तरह-तरह की बीमारियां हुई है,ग्लोबल वार्मिंग हुई है, इसलिए आज हमारा परम कर्तव्य है कि पेड़ लगाएं- पेड़ बचाए, जिससे प्रकृति का संतुलन बना रहे।पौधारोपण का उद्देश्य शुद्ध और स्वच्छ समाज का निर्माण करना है, जिसमें कृत्रिमता नहीं बल्कि वास्तविकता हो। हमने कोविड के दौरान देखा कि वृक्ष द्वारा निशुल्क मिलने वाला ऑक्सीजन हमें मूल्य पर भी मिलना दुर्लभ हो गया था, जो कि संकट का संकेत है।बच्चों द्वारा पौधारोपण करने का मुख्य उद्देश्य भी यही है कि वे वृक्षों के महत्व को समझे। यही बच्चे हमारा उज्जवल भविष्य निर्धारित करेंगे।उन्होंने खासकर गो ग्रीन के यूथ ब्रिगेड से आह्वान किया है कि वे इस मुहिम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें।
पौधारोपण समारोह के बाद जीकेसी की पूरी टीम ने श्री हरिमंदिर साहब का भ्रमण किया, जहां शिरामणि गुरूद्धारा प्रबंधक कमेटी के प्रतिनिधि द्वारा श्री राजीव रंजन प्रसाद और श्रीमती रागिनी रंजन को सम्मानित किया गया।