सहरसा: 29 जून 2021:: बिहार एसोसिएशन ऑफ़ पर्सन्स विथ डिसेबिलिटी के तत्वाधान में आज दिनांक 29 जून 2021 को अपराहण 2:30 बजे से ‘’सहरसा जिला दिव्यांगजन समूह (डी.पी.जी.) का ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक’’ का आयोजन कोविड 19 के लिए जारी नियमों का पालन करते हुए गूगल मीट प्लेटफॉर्म पर किया गया। आज के ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक के मुख्य अतिथि डॉ० शिवाजी कुमार (दिव्यांगजन विशेषज्ञ सह पूर्व राज्य आयुक्त नि:शक्तता) ऑनलाइन उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि प्रवीण कुमार मिश्रा (अध्यक्ष बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी), मोती लाल सिंह (कोषाध्यक्ष बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी) साथ ही हिरदय यादव (उपाध्यक्ष, बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी), सुगंध नारायण प्रसाद (सचिव, बिहार एसोसिएशन ऑफ पर्सन विथ डिसएब्लिटिज), कमल कुमार चौबे (संयुक्त सचिव, बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी), संदीप कुमार (स्टेट कोऑर्डिनेटर सह दिव्यांगजन विशेषज्ञ), संतोष कुमार सिन्हा (प्रोग्राम मैनेजर, बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी), राहुल कुमार (स्टेट पी.आर.ओ.), धीरज कुमार (स्टेट मिडिया प्रभारी), पंकज सागर (कन्सलटेंट समर्पण ए टू जेड), नरत्न कुमार (अध्यक्ष, सहरसा जिला डी.पी.जी.), कुमारदेव कुमार (सचिव, सहरसा जिला डी.पी.जी.), अरविन्द कुमार (मिडिया प्रभारी सहरसा जिला), कुन्दन कुमार, रूपेश कुमार, मो० अरवाज अंसारी, सुमन कुमार, रीता रानी, रूबी सिंह, गोविन्द साहनी, सहरसा जिला के सभी अनुमण्डल स्तरीय, प्रखण्ड स्तरीय, पंचायत स्तरीय, डीपीजी, अध्यक्ष, सचिव साथ ही सहरसा जिला के सतर से अधिक दिव्यांगजन, दिव्यांगजन विशेषज्ञ, समाजसेवी, अभिभावकगण आदि उपस्थित थे।
आज के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सहरसा जिला के सभी अनुमण्डल स्तरीय, प्रखण्ड स्तरीय, पंचायत स्तरीय डीपीजी, अध्यक्ष सचीव द्वारा अभी तक दिव्यांगजनों के सहायता के लिए किये गए एवं किये जा रहे कार्यों का समीक्षा करना एवं सुधार लाना था। नवरत्न कुमार, कुमारदेव कुमार, अरविन्द कुमार साथ ही जिला के सभी अनुमण्डल स्तरीय, प्रखण्ड स्तरीय, पंचायत स्तरीय डीपीजी, अध्यक्ष एवं सचिव द्वारा सहरसा जिला के दिव्यांगजनों के लिए किए जा रहे कार्यों का समीक्षात्मक रिपोर्ट एवं प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।
आज के ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक में मुख्य अतिथि डॉ० शिवाजी कुमार ने बताया कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के धारा 72 में दिव्यांगजन समूहों के गठन का अधिकार है, इसी धारा के तहत बिहार एसोसिएशन ऑफ पर्सन्स विथ डिसएबिलिटिज ने 90 से अधिक अनुमंडल, 534 प्रखण्ड, एवं 7000 से अधिक पंचायतों में दिव्यांगजन समूहों का गठन कर बिहार के एक लाख से अधिक गांवों में दिव्यांगजनों तक पहुंच चुकी है। यह दिव्यांगजनों का बहुत बड़ा संगठन है जो दिव्यांगजनों के सहायता के लिए कार्य कर रही है। आज के ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक से सहरसा जिला में दिव्यांगजनों के लिए किये जा रहे कार्यों के बारे में पता चला। उन्होंने ने बताया कि सभी दिव्यांगजनों को दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 में वर्णित सभी धाराओं के बारे में जानकारी होनी बहुत ही आवश्यक है। जानकारी एवं ज्ञान ही दिव्यांगजनों को सामर्थ्य बनाने में मदद करेगा। बहुत सार लोग जानकारी के आभाव में दिव्यांगजनों को गुमराह करते हैं। इसलिए हरेकदिव्यांगजनों को अपने अधिकार के बारे में जानकारी होनी चाहिए ताकि वे दिगभ्रमित नहीं हो । आज बिहार के के दिव्यांगजन जागरूक हो रहे है इसके लिए मैं बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी को धन्यवाद देता हूं जो गांव स्तर तक के दिव्यांगजनों को जागरूक करने का कार्य कर रही है। दिव्यांगजन घबराएं नहीं उनका हर समस्या का समाधान होगा एवं सबल बनेंगे। प्रत्यके दिव्यांगजन अपनी दिव्यांगता को आड़े नहीं आने दे एवं अपने लक्ष्य के प्रति अग्रसर रहें। दिव्यांगजन को मन में कुंठित भावना नहीं लाना है, अवसाद को अवसर में बदलना है। हमारा लक्ष्य है बिहार के सभी दिव्यांगजनों को शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार, स्किल डेवलप्मेंट, उद्यम से जोड़कर स्वाबलंबन बनाना साथ ही समाज के मुख्यधारा से जोड़ना एवं बिहार के अंतिम दिव्यांगजनों तक पहुंचना ताकि वे सम्मानित जीवन जी सके एवं अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके।
प्रवीण कुमार मिश्रा (अध्यक्ष बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी) ने बताया कि समसयाएं तो आते रहेगी उसका समाधान करना हमालोगों का दायित्व है। किसी भी दिव्यांगजन को समरस्या आती है तो पंचायत स्तर से लेकर जिला स्तर तक समाधान किया जायेगा। अपने जीवन में चुनौतियों का सामना कर आगे बढ़ना है।
हिरदय यादव, उपाध्यक्ष, बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी ने बताया कि हम सभी मिलकर दिव्यांगजनों को मदद करने एवं पुनर्वासित करने का हर संभव प्रयास करेंगे। बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी का जो लक्ष्य है बिहार के अंतिम दिव्यांगजन तक पहुंचना एवं स्वावलंबन बनाना उस लक्ष्य को पुरा करने का कार्य करेंगे। सभी दिव्यांगजन संगठित हों एवं एक दूसरे को जागरूक करें।
सुगंध नारायण प्रसाद (सचिव बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी) ने कहा कि समस्या है तो समाधान है। अत: दिव्यांगजनों को घबराने की बात नहीं है, जिस तरह से बिहार में दिवयांगजनों का चैन बना है संगठन बना है उस संगठन के मदद से उनके समस्याओं का समाधान किया जायेगा। इसके लिए बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी हमेशा बिहार के दिव्यांगजनों के साथ है।
कमल कुमार चौबे, संयुक्त सचिव, बिहार एसोसिएशन ऑफ पीडब्लू डी ने बताया कि समस्या से घबराना नहीं है हर समस्या का समाधान होगा। हम सभी मिलकर दिव्यांगजनों को स्वाबलंबन बनाने एवं जागरूक करने का काम करेंगे। उन्होंने पेंशन, यू.डी.आई.डी. कार्ड, सर्टिफिकेशन, जिविका समूह, मनरेगा जॉब से संबंधित समस्या का समाधान कैसे कराना है तथा कौन सा विभाग से होगा उसके बारे में भी बताया। हर समस्या का समाधान है इसलिए दिवयांगजनों को घबराना नहीं। हम सभी मिलकर सभी चुनौतियों एवं बाधाओं को पार कर आगे बढ़ेंगे।
नवरत्न कुमार (अध्यक्ष, सहरसा जिला डी.पी.जी.) ने बताया कि हम सभी एक दूसरे से संपर्क एवं बात कर समस्या के समाधान के लिए प्रयास करते हैं। सहरसा जिला के दिव्यांगजनों को राशन से संबंधित, पेंशन, यू.डी.आई.डी. कार्ड, सर्टिफिकेशन, मनरेगा जॉब कार्ड एवं अन्य समस्याओं समाधान का हर संभव प्रयास किया जाता है एवं गांव स्तर तक के दिव्यांगजनों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। सभी दिव्यांगजनों को शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार, उद्यम से जोड़कर उन्हें समाज के मुख्यधारा से जोड़ा जा सकता है।
कुमारदेव कुमार, सचिव, सहरसा जिला डी.पी.जी. ने बताया कि सभी दिव्यांगजनों को अपने अधिकार के बारे में में जानकारी होनी चाहिए एवं सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी पता होना चाहिए तभी उनको लाभ मिलेगा। सहरसा जिला के दिव्यांगजनों के समस्या के समाधान के लिए हम सभी मिलकर प्रयास करते हैं। मैं गांव स्तर के दिव्यांगजनो को जागरूक करने का कार्य कर रहा हूं। मैं सहरसा के दिव्यांगजनों को पैरा खेल से भी जोड़ने का प्रयास करता हुं। मेरा उद्देश्य सहरसा के दिव्यांगजन सबल बने में समाज के मुख्य धारासे जुडे़।
अरविन्द कुमार, सहरसा जिला मिडिया प्रभारी ने बताया कि मैं गांव स्तर के दिव्यांगजनो को जागरूक करने का कार्य कर रहा हूं। एवं हम सभी मिलकर राशन, पेंशन, यूडीआईडी कार्ड शिक्षा से संबंधित समस्याओं का समाधान प्रयासरत हैं। हर दिव्यांगजनों तक जानकारी पहुंचाना तथा उन्हें लाभ पहुंचाना हमारा कर्तव्य है। दिव्यांगजनों को शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार, उद्यम से जोड़कर उन्हें स्वाबलंबन बनाया जा सकता है। आज दिव्यांगजन टेक्नोलॉजी के माध्यम से घर बैठे एक दूसरे से रूबरू होतें है यह हमलोगों की बहुत बड़ी उपलब्धी है।
धीरज कुमार मिडिया प्रभारी ने बताया कि डॉ० शिवाजी कुमार कमीशनर साहब के नाम से यूट्यूब चैनल बनाया गया है जिसके माध्यम से दिव्यांगजनों को शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार, दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 एवं अन्य जानकारियों के माघ्यम से जागरूक एवं पुनर्वासित किया जा रहा है। हरेक दिव्यांगजन को इस चैनल से जुड़करी लाभ उठाना चाहिए।
पंकज सागर (कन्सलटेंट समर्पण ए टू जेड) ने बताया कि समर्पण ए टू जेड के माध्यम से दिव्यांगजनों को रोजगार एवं समाधान दोनो ही मुहैया करायेगा। दिव्यांगजन जिस काम में निपुन है उनको वैसा ही काम उपलब्ध कराया जायेगा। इसके लिए हमलोग कार्यरत हैं एवं हमारा उद्देश्य सभी दिव्यागजन सवल बने।
आज के ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक में सहरसा जिला के सभी अनुमण्डल एवं प्रखंड के अध्यक्ष एवं सचिव अपने अपने विचार रखे। दिव्यांगजनों को हो रहे समस्या एवं उसके निदान के लिए किये जा रहे कार्यों के बारे में बताया। कुन्दन कुमार, अरवाज अन्सारी, रूपेश कुमार,सुमन कुमार, प्रशान्त आदि ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम से दिव्यांगजनों को जागरूक करने का जो कार्य किया जा रहा बहुत ही सराहणीय कार्य है, तथा हमलोगों द्वारा दिव्यांगजनों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि वे समाज के मुख्य धारा से जुड़ सकें। बिहार के सभी दिव्यांगजनों को जागरूक कर शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार एवं स्किल डेवलप्मेंट, उद्यम, मनरेगा जॉब कार्ड, जिवीका से जोड़ने की आवश्यकता है जिससे कि वे स्वावलंबन बने एवं समाज के मुख्यधारा से जुड़ सके ।
आज के सहरसा जिला ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक में सुमन कुमार, भास्कर कुमार-सहरसा, सिमरी बख्तियारपुर अनुमण्डल अध्यक्ष सचिव साथ ही सुधीर कुमार, अमीत कुमा-कहरा, सत्येन्द्र कुमार, साजन कुमार-सत्तर कटैया, मो० साहीद-नौहट्टा, भाष्कर ठाकुर, सचिन कुमार-महिषी, सोनबरसा, संतोष कुमार यादव, कुमारी सविता-सौर बाजार, पतरघट, मनोज कुमार, अशोक पाठक-सिमरी बख्तियारपुर, कुन्दन कुमार, मदन कुमार-सलखुआ, मनतोष कुमार, राकेश कुमार-बनमा इटहरी प्रखण्ड के अध्यक्ष सचिव ने अपने-अपने प्रखण्ड की समस्या एवं दिव्यांगजनों के सहायता के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में समीक्षा एवं प्रतिवेदन प्रस्तुत किए। और उन्होंने बताया कि सहरसा जिला के सभी दिव्यांगजनों की समस्याओं को दूर करने एवं जागरूक करने के लिए हर संभव तथा गांव स्तर तक प्रयास किया जा रहा है।
आज के सहरसा जिला ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक में अंकुर कुमार, अरूण सिंह, अरविन्द कुमार, भाष्कर ठाकुर, गोविन्द कुमार, गोविन्द साहनी, कैलाश कुमार, के०के० चौबे, कुमारदेव कुमार, कुन्दन कुमार, ललित साह, मैलहु मुखिया, मो० अरमान, मो० अरवाज अंसारी, मेराज आलम, प्रवीण कुमार, राहुल कुमार, रवि राज, रीता रानी, रोशन झा, रूपेश कुमार, सुरज कुमार, पंकज कुमार, संतोष कुमार, संतोष कुमार यादव, शिवशंकर कुमार, सुमन कुमार, अकांक्षा कुमारी, राज कुमार, रत्नेश कुमार, जितेन्द्र कुमार, प्रतिमा कुमारी, सुमन कुमार, दिलीप कुमार, सुजित कुमार प्रतिमा कुमार, प्रमोद कुमार, प्रदीप कुमार, उमेश कुमार, भास्कर कुमार आदि साथ ही सहरसा जिला के सतर से अधिक दिव्यांगजन ऑनलाइन भाग लिया।
यह ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक बिहार के सभी 38 जिलों में किया जाना है। कल दिनांक 30 जून को दरभंगा जिला के दिव्यांगजनों के लिए किये जा रहे कार्यों का ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया जायेगा।
आज के ऑनलाईन कार्यक्रम का संचालन संदीप कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन संतोष कुमार सिन्हा द्वारा किया गया।