- निष्ठा सोलंकी
लखनऊ: दिनांक 08 जून 2021:: मंगलवार की सुबह लखनऊ में विकास नगर के 50 परिवारों के लिए ख़ुशियां लाने वाली मीनू त्रेहान और उनके इस पहल में साथ देने वाले रजत तिवारी, फ़र्जान एवं अन्य कई लोग थे।
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण देश के कई राज्यों में लगे लॉकडाउन ने ना जाने कितनी ही जिंदगियाँ तबाह कर के रख दी है। एक ही झटके में जैसे सब कुछ ख़त्म सा हो गया हो, कितने लोगों की नौकरी चली गई और कितनों ने घर के उस अहम सदस्य को खोया जिनकी कमाई पर पूरा घर निर्भर करता था। बहुत मुश्किलों से जिंदगी बसर कर रहे छोटे-छोटे बच्चे है जो इतनी मुश्किलों के बावजूद भी खुश रहने की कोशिश कर रहे हैं जिनके चेहरे पर खुशी देने के लिए गर हर व्यक्ति अपने कदम बढ़ाए तो इसे ही सही मायनों में इंसानी धर्म समझा जाएगा जिससे ज़िंदगी वाक़ई में सरल हो जाएगी।
ऐसे ही कुछ लोगों की जिंदगी में उम्मीद की रौशनी लेकर आई मीनू त्रेहान और उनके साथियों ने आज मंगलवार की सुबह 50 परिवारों में खाद्य सामग्री वितरित किया।
जिन लोगों में ये खाद्य सामग्री वितरित की गई है वे लोग ना जाने कितने दिनों से एक वक़्त के भोजन पर अपना गुज़ारा कर रहे थे। जी हाँ, जहाँ कुछ लोग लॉकडाउन में तरह-तरह के पकवान बना कर ख़ुद को बहला रहें हैं वहीं देश भर में ना जाने कितने लोग भूखे पेट या एक वक़्त के भोजन पर गुज़ारा कर रहे हैं।
आपको बता दें की मीनू त्रेहान जो की एक गृहणी हैं वो किसी प्रकार के एनजीओ या संस्था से नहीं जुड़ी हैं, सिर्फ़ मीनू ही नहीं इस कार्य में आगे आए उनके साथी भी साधारण परिवार से आते हैं और स्वेक्षिक सेवा भाव रखते हैं।
वो कहते हैं ना की “जहाँ चाह वहाँ राह है” जिसे पूर्णता सिद्ध करते मीनू त्रेहान और उनके साथी।
पिछले 6 वर्षों से मीनू त्रेहान यूँ ही गरीब असहाय लोगों की मदद स्वयं अपने बल बूते पर तकनीक की सहायता से व्हाट्सएप के ज़रिए करती हैं। जहाँ वे अपने मित्रों की सहायता से नए पुराने कपड़े, राशन और रोज़मर्रा की ज़रूरतों का सामान इकट्ठा कर के गरीब असहाय लोगों तक पहुँचाती हैं।
लॉकडाउन के दरमियाँ जहाँ राज्य और केंद्र सरकार परास्त होती नज़र आई वही ना जाने कितने युवाओं ने निस्वार्थ भाव से आगे आकर अनजान लोगों की सहायता करी और उन्हीं में से एक मीनू त्रेहान और उनके साथी भी हैं।
मीनू त्रेहान जैसी महिला ना सिर्फ़ हमारे समाज या हमारे देश के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल हैं।