सीता जी ब्रह्म की तीन क्रियाओं उद्भव, स्थिति, संहार—की संचालिका तथा आद्याशक्ति है
दरभंगा, दिनांक 21 मई 2021:: मर्यादापुरुषोत्तम श्रीराम तथा माता जानकी के अनन्य भक्त तुलसीदास न रामचरितमानस के बालकांड के प्रारंभिक श्लोक में सीता जी ब्रह्म की तीन क्रियाओं उद्भव, स्थिति, संहार— की संचालिका तथा आद्याशक्ति कहकर उनकी वंदना की है : ‘उद्भव स्थिति संहारकारिणीं हारिणीम्। सर्वश्रेयस्करीं सीतां नतोऽहं रामबल्लभाम्॥ (1-1-5) इस तरह सीता न केवल […]
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