- जितेन्द्र कुमार सिन्हा
पटना, दिनांक 17 मई 2021:: भारत में टीकाकरण 16 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ है, उस समय से अब तक लगभग 18 करोड़ लोगों को टीका लग चुका हैं। दुनियाँ में सबसे तेज टीकाकरण बाले देशों में भारत को पहले नम्बर पर माना जा रहा है। विशेषज्ञ का कहना है कि देश में प्रतिरोधी क्षमता हासिल करने के लिए 75 फिसदी आबादी का टीकाकरण जरुरी है।
भारत में तीन तरह की वैक्सीन को मान्यता दी गई है, जिसमें कोविशील्ड,कोवाक्सिन और स्पुतनिक- V है। अभी तक भारत में स्वीकृत तीनों ही वैक्सीन (कोविशील्ड,कोवाक्सिन और स्पुतनिक) कोविड को गम्भीर होने और वेंटिलेटर पर जाने से बचाती है और रोग के गम्भीर होने के खतरे को टाल देती है।
सूत्रों ने बताया कि भारत में 2 वैक्सीन मोडर्ना और फाइजर को मान्यता नही दिया गया है, जबकि दुनियाँ के अन्य देशों में इसे आपातकालीन मंजूरी दी गयी है।मोडर्ना वैक्सीन को -20° पर स्टोर करना होता है वहीं फाइजर वैक्सीन को -70°C से -75°C पर सुरक्षित रखना पड़ता है। भारत मे ऐसे तंत्र को विकसित करना मुश्किल है जिसमें इस तापमान को मेंटेन रखा जाए। इस वैक्सीन को बनाने में परम्परागत तकनीक से अलग तकनीक भी उपयोग में लाया गया है।