पुष्प की वीरता Uncategorized February 8, 2021February 8, 2021EditorLeave a Comment on पुष्प की वीरता अवधेश झा अर्जुन के धनुष से निकली,राम की हूं मैं साध्य तीर।देखन में हूं सहज-सुंदर,घाव होते मेरे बहुत गंभीर।। वीरों के वक्षस्थल पर शोभती,शस्त्रों की होती है हम से पूजा।वीरांगाओं की मन की शक्ति हूं मैं,घर की पूजा में, मेरे सिवा न दूजा।।