पुष्प का प्रेम Uncategorized February 8, 2021February 8, 2021EditorLeave a Comment on पुष्प का प्रेम अवधेश झा मानस पटल से दर्शन,और खुले आंखों से बेचैन ।जग देखे जिस आंखों सेसास्वत सौंदर्य, वो है मेरी नैन।। मिलूं, गले लगू या अर्पित हूंमैं,जग से उनको समर्पित हूं।मुझे व्यथा नहीं मुरझाने की,मैं हर अवस्था में सारगर्भित हूं ।।