- शांभवी
पटना, 8 फरवरी, 2021:: मिशन शक्ति सेना के अन्तर्गत आईक्यूडो प्रशिक्षण की शुरुआत वर्ष 2017 में काशी नागरी से हुई थी। और इसे भारत में लाने का श्रेय डी.बी. राय को जाता है।
आईक्यूडो प्रशिक्षण सहायक अखिलेश रावत ने हिन्द चक्र को बताया कि “आईक्यूडो” आत्मरक्षा के लिए वह प्रयोग है जिसमें कराटे और योग का मिश्रण है यानि यह एक अध्यात्मिक सेल्फ डिफेंस प्रशिक्षण है। आगे उनका कहना है कि यदि सामने वाला आप पर वार करता है तो बाली की तरह आप उसकी आधी शक्ति खींच सकते है यही है “आईक्यूडो” उन्होंने रामायण के बाली प्रसंग का उदाहरण देकर समझाया।
“मिशन शक्ति सेना” ने अब तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बंगाल और बिहार में बहुल पैमाने पर विशेष प्रशिक्षण दे रहे हैं। इसका पंच लाइन है “आओ सीखें, आत्मरक्षा करें अपनी” और अपनों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशिक्षण दे रहे है।
विगत वर्ष 2018 में 18 देश के खिलाड़ियों को आमंत्रित करके ग्लोबल सम्मिट भी करवाया गया था और अभी वर्तमान में बिहार की धरती जो कि ऐतिहासिक है, खासकर पटना सिटी और दानापुर में सैकड़ों – हजारों के संख्या में लड़कियां उपस्थित होकर सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण ले रही है।
बिहार में इस खेल/ विशेष प्रशिक्षण लाने का श्रेय राज्य कराटे संघ के अध्यक्ष अभय कुमार अतुल को जाता है। अन्य उपस्थिति में कराटे प्रशिक्षक सुरेंद्र कुमार सिंह, अजीत श्रीवास्तव, अभिजीत, प्रवीण सिंह और हर्ष भी मौजूद रह रहे। इस प्रशिक्षण के दौरान जूडो कराटे और मार्शल आर्ट्स के विशेषज्ञ संचालन में उपस्थित थे जिन्होंने अपना विशेष योगदान देकर इस प्रशिक्षण शिविर को सफल बनाया ।